Climate for cowpea cultivation

  • बरबटी गर्मी के मौसम की फसल है|  
  • दाने एवं सब्जी दोनों प्रकार की बरबटी, अधिक तापमान, सूखा व खराब भूमि में भी उगाई जा सकती हैं |  
  • वर्षा व तापमान का असर अलग-अलग किस्मों पर अलग-अलग होता है, इसलिए किस्मों का चुनाव मौसम के अनुसार करना चाहिए।
  • बरबटी की फसल 21 oC से 35 oC तापमान पर अच्छी होती हैं।

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Ideal soil for cowpea cultivation

  • अच्छे जल निकास वाली सभी प्रकार की भूमियों में इसकी खेती की जा सकती है परन्तु दोमट मिट्टी सर्वोत्तम है।
  • लवणीय व क्षारीय भूमि बरबटी या लोबिया की खेती के लिए उपयुक्त नही होती है।
  • बेल के अच्छे विकास के लिए भूमि का पी.एच मान 5.5-6.0 होना चाहिए।

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Control of aphid in muskmelon

  • ग्रसित पौधों को उखाड़कर नष्ट कर देना चाहिये ताकि ये कीट फैलने न पाये।
  • माहू का प्रकोप दिखाई देने पर एसीफेट 75% एसपी @ 300-400 ग्राम/एकड़ या इमिडाक्लोप्रिड 17% एसएल @ 100 मिली प्रति एकड या एसीटामाप्रिड 20% एसपी @ 150 ग्राम प्रति एकड़ की दर से घोल बनाकर पंद्रह दिन के अंतराल से छिड़काव कर इनका प्रभावी नियंत्रण किया जा सकता हैंं |

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Control of cowpea pod borer

  • ईल्ली फलियों में छेद करके बीजो को खाती है।
  • यदि फूल और फली न हो तो लार्वा पत्तियाँ ही खाने लगती है।
  • गहरी जुताई करके जमीन में रहने वाली कीट की प्यूपा अवस्था को ख़त्म कर सकते हैं| इसके अलावा फसल चक्र अपनाना भी कीट नियंत्रण में सहायक होता है। ।
  • प्रतिरोधक/सहनशील किस्मों को बोये।
  • 3 फीट लम्बी डण्डी 10/है की दर से परजीवी पक्षियों के बैठने के लिए लगाये।
  • क्लोरपाइरीफोस 20% ईसी 450 मिली/एकड़ या इंडोक्साकार्ब 14.5% एससी @ 160-200 मिली/एकड़ का पानी में घोल बना कर छिड़काव करें।
  • इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी @ 100 ग्राम/एकड़ का पानी में घोल बना कर छिड़काव करें।

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Control of White fly in bottle gourd

  • शिशु एवं वयस्क अण्डाकार हरे-सफेद रंग के होते हैं।
  • वयस्क लगभग 1मि.ली. लम्बे एवं शरीर पर सफेद मोम जैसे आवरण होते हैं।
  • शिशु एवं वयस्क पत्तियों के निचले सतह से रस चूसते हैं एवं मधु-श्राव का उत्सर्जन करते हैं जिसकी वजह से प्रकाश संश्लेषण में बाधा उत्पन्न होती हैं।
  • पत्तियाँ रोगग्रस्त दिखती है और काली फफूंद से ढक जाती है।
  • यह कीट पत्ती मोड़क विषाणु रोग का वाहक होकर इसे फैलाता है।
  • पीले पात्र वाले चिपचिपे प्रपंच खेत में कई जगह लगाये।
  • बुवाई के समय कार्बोफ्यूरान 3% जीआर 8 किग्रा/एकड़ की दर से मिट्टी में मिलाये।
  • डायमिथोएट 30%ईसी का 250 ग्राम/एकड़ की दर से 15 दिन के अन्तराल से छिड़काव करें।

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Control of pod borer in moong

  • जब इल्लिया बड़ी हो जाती है तब वह फलीयों के अंदर दानो को खाकर अधिक नुकसान पहुंचाती हैं।
  • फली छेदक इल्ली के द्वारा संक्रमण के कारण फली समय के पहले सूख कर पौधे से गिर जाती हैं |
  • बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई कर मिट्टी में उपस्थित कीट के अंडो एवं कोकून को नष्ट कर दे |
  • बुवाई के लिए मूंग की कम अवधि वाली किस्मों का चयन करें।
  • मूंग के पौधों के बीच निश्चित दूरी रखे |
  • क्लोरपाइरीफोस 20% ई.सी.450 मिली/एकड़ या इंडोक्साकार्ब 14.5% एस.सी. @ 160-200 मिली/एकड़ का पानी  में घोल बना कर छिड़काव करें।
  • इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एस.जी. @ 100 ग्राम/एकड़ का पानी में घोल बना कर छिड़काव करें।

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Suitable climate for sorghum crop

  • ज्वार एक गर्म मौसम की फसल हैं|  
  • लेकिन अत्यधिक तापमान ज्वार की उपज को कम कर सकता हैं
  • ज्वार की फसल के लिए अर्ध-शुष्क मौसम अच्छा माना जाता हैं
  • ज्वार  की फसल के लिए अनुकूल तापमान 25-35 oC होता हैं |
  • समुद्र तल से अधिक ऊंचाई (1200 मीटर से अधिक) इसकी फसल के लिए अनुकूल नहीं होती
  • ज्वार की फसल लगभग 300-350 मिली. वार्षिक वर्षा में भी उगाई जा सकती हैं|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Method of sowing in okra

  • भिन्डी को समतल मिट्टी या मेढ पर बोया जाता है, यदि मिट्टी भारी है तो इसे मेढ पर बोया जाना चाहिए।
  • भिंडी की संकर किस्मों को 75 x 30 सेमी या 60 x 45 सेमी की दूरी पर लगाया जाता है।
  • भिंडी की बुवाई से 3-4 दिन पहले सिंचाई करना फायदेमंद होता हैं
  • लगभग 4-5 दिनों में बीज अंकुरित हो जाते हैं।

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Control of thrips in moong

  • थ्रिप्स पौधों का रस चूसता हैं जिससे पौधे पीले व कमज़ोर हो जाते है जिससे उपज कम हो जाती हैं|
  • इसके नियंत्रण के लिए प्रोफेनोफोस 400 मिली. प्रति एकड़ या फिप्रोनिल 400 मिली. प्रति एकड़ या थायमेथोक्जोम 200 ग्राम प्रति एकड़ का स्प्रे हर 10 दिन के अंतराल पर करे|
  • नीम के बीज की गिरी का अर्क (NSKE) 5% या ट्राईजोफास @ 350 मिली/एकड़  पानी में घोल कर छिड़काव करें|

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share

Soil and Climate for coriander

  • अच्छी तरह जल निकास वाली दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए अच्छी मानी जाती हैं
  • वर्षा आधारित खेती के लिए चिकनी मिट्टी अच्छी होती है जिसका pH 6-8 होनी चाहिए।
  • धनिया की फसल हेतु उपयुक्त तापमान 20-25 oC होता हैं|
  • ठंडी और शुष्क जलवायु इसकी फसल के लिए अच्छी मानी जाती हैं

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share