Suitable soil for green gram (Moong) cultivation

  • मूंग को रेतीली दोमट या दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से उगाया जा सकता हैंं जिसकी जल निकास क्षमता अच्छी हो|
  • लवणीय और क्षारीय मिट्टी खेती के लिए उपयुक्त नहीं होती हैंं।
  • जल भराव को बिलकुल सहन नहीं कर पाती हैं|

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Control measures of thrips in muskmelon

  • शिशु एवं वयस्क पत्तियों को खुरचकर रस चूसते हैं। कोमल डंठल, कलियों व फूलों पर प्रकोप होने पर वे टेढी मेढी हो जाती हैं।  पौधे छोटे रह जाते हैं।
  • डायमिथोएट 30% ईसी @ 250 मिली /एकड़ या प्रोफेनोफोस 50% ईसी @ 400 मिली प्रति एकड़ या फिप्रोनिल 5% एससी @ 400 मिली की दर से 15 दिन के अन्तराल से छिड़काव करें।
  • कीटनाशक को 15 दिनों के अंतराल में बदलकर उपयोग करें।

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Sowing time of green gram (moong)

  • खरीफ बुवाई के लिए उत्तम समय जुलाई का पहला पखवाड़ा हैंं। ग्रीष्म कालीन मूंग की खेती के लिए उत्तम समय मार्च से अप्रैल तक हैंं।

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Climatic conditions for green gram (moong) cultivation

  • मूंग की खेती के लिए उत्तम जलवायु गर्म आर्द्र और तापमान 25-35℃ होना चाहिए|
  • मुंग के लिए वह क्षेत्र सबसे उपयुक्त हैं जहां वार्षिक वर्षा 60-75 cm होती हैं|
  • बुवाई के समय तापमान 25-30℃ अच्छा माना जाता हैंं।
  • कटाई के समय तापमान 30-35℃ अच्छा माना जाता  हैंं।
  • मुंग को सभी दलहनी फसलों में सबसे सख्त माना जाता है और यह काफी हद तक सूखे को सहन कर सकता है।
  • हालांकि, जल जमाव और बादल वाला मौसम फसल के लिए हानिकारक है।
  • यह देश में तीनों मौसमों में उगाया जाता है।

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Picking in snake gourd

  • फलों की तुड़ा़ई अपरिपक्व एवं मुलायम अवस्था में की जाती हैंं, किन्तु इस बात का ध्यान रखा जाता हैंं कि फल अपना संपूर्ण आकार ग्रहण कर ले।
  • ककड़ी के छिल्के की सतह पर उपस्थित सफेद रंग के छोटे रोये यह दर्शाते हैंं कि फल खाने योग्य हो गये  हैंं।
  • प्रायः व्यवसायिक उदेश्य हेतु फल परागण की क्रिया के 10 से 12 दिनों बाद तैयार हो जाते हैंं।
  • फल की तु़ड़ाई 2 से 3 दिनों के अंतराल से की जाती हैंं। यदि परिपक्व फल को सही समय पर तोड़ा न जाये  तब नये फल के लगने एवं उनके विकास की दशा प्रभावित होती हैंं।

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Anthracnose control in watermelon

  • खेतों को साफ रखे एवं उचित फसल चक्र अपनाकर बीमारी के फैलने से रोकना चाहिये।
  • बीजों को कार्बोंन्डाजिम 50% WP से 2.5 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से उपचारित करें।
  • 10 दिनों के अंतराल से मेंकोजेब 75% डब्ल्यूपी @ 400 ग्राम प्रति एकड़ या क्लोरोथालोनिल 75% डब्ल्यूपी @ 300 ग्राम प्रति एकड़ की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें।

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How to improve flowering in tomato

  • नीचे दिए गए कुछ उत्पादों के द्वारा टमाटर की फसल में फूलों की संख्या को बढ़ाया जा सकता हैंं|
  • होमोब्रासिनोलॉइड 0.04% डब्लू/डब्लू 100-120 मिली/एकड़ का स्प्रे करें|
  • समुद्री शैवाल का सत् 180-200 मिली /एकड़ का उपयोग करें|
  • सूक्ष्म पोषक तत्त्व 300 ग्राम/एकड़ का स्प्रे करें|

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Pinching in muskmelon

  • खरबूजे की फसल में लताओं की अतिवृद्धि को रोकने हेतु खरबूजे की लताओं में यह प्रक्रिया अपनाई जाती हैंं |
  • इस प्रक्रिया में जब बेल पर पर्याप्त फल लग जाते हैंं तब लताओं के शीर्ष को तोड़ दिया जाता हैंं |परिणाम स्वरूप लताओं की वानस्पतिक वृद्धि रुक जाती हैंं|
  • शीर्ष को तोड़ने से लताओं की वृद्धि रुक जाती हैंं जिससे फलो के आकर और गुणवत्ता में सुधार होता हैंं |

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Seed Treatment in green gram

बुवाई से पहले बीज को कार्बोक्सिन 37.5 + थायरम  37.5 @ 2.5 ग्राम / किलोग्राम बीज से उपचारित करना चाहिये।

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Advantage of rhizobium culture in crops

  • राइजोबियम कल्चर का उपयोग करने से यह पौधे में स्वस्थ गाँठों की संख्या को बढ़ाने में सहायक होता हैंं जिससे जमीन में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ती हैंं|
  • इसके उपयोग से लगभग 15 से 20 किलोग्राम प्रति एकड़ नाइट्रोजन का स्थिरीकरण प्रति फसल अवधि में हो जाता  हैंं।
  • ये जीवाणु वातावरणीय नाइट्रोजन ( जो पौधे के उपयोग नहीं कर सकते) को लेते हैंं और उसे अमोनियम (NH4 +) में परिवर्तित करते हैंं, जिसका उपयोग पौधे कर सकते हैंं।
  • इस जीवाणु के उपयोग से फसल की उपज में लगभग 10 से 15% वृद्धि प्राप्त की जा सकती हैंं।

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