सोयाबीन की खेत की तैयारी के समय उचित पोषण जरूर दें

किसानों को सोयाबीन की खेती से अच्छा मुनाफ़ा मिलता है। हालांकि कई बार सोयाबीन की खेती के समय कुछ लापरवाहियों के कारण पैदावार में कमी आ जाती है। इन लापरवाहियों में सही उर्वरक प्रबंधन ना करना भी शामिल है। सही समय पर एवं सही मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग नहीं करने से फसल की गुणवत्ता पर भी प्रतिकूल प्रभाव होता है। सोयाबीन की बेहतर फसल प्राप्त करने के लिए उर्वरक प्रबंधन करना अति आवश्यक है।

बेहतर फसल के लिए, खेत की तैयारी करते समय प्रति एकड़ खेत में 4-5 टन अच्छी तरह सड़ी हुई गोबर की खाद का उपयोग करें।

सोयाबीन की अच्छी वृद्धि विकास के लिए, DAP-40 किलो, म्यूरेट ऑफ पोटाश-20 किलो, ग्रोमोर (सल्फर 90%) 5 किलो और ट्राई-कोट मैक्स  4 किलो प्रति एकड़ की दर से आखिरी जुताई या खेत की तैयारी करते समय दें। 

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