संरक्षित खेती अपनाएं मूंग की फसल को नुकसान से बचाएं

  • किसान भाइयों संरक्षित खेती परम्परागत कृषि से हटकर खेती की एक नई पद्धति है। जिसमें खेतों की कम से कम जुताई या बिना जुताई के बुवाई की जाती है। इस विधि में पूर्व फसल अवशेष का उपयोग किया जाता है तथा फसलों के विविधीकरण को अपनाया जाता है। 

  • संरक्षित खेती अपनाकर मूंग की फसल में बुवाई से पूर्व नरवाई (फसल अवशेष) जलाने से होने वाले नुकसान जैसे मृदा की भौतिक, रासायनिक संरचना प्रभावित होना, मृदा उर्वरता एवं जल धारण क्षमता कम होना आदि से बचा जा सकता है। 

  • संरक्षित खेती द्वारा मूंग की खेती करने से फसल को अधिक तापमान से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है। फसल अवशेष मिट्टी के तापमान को कम करने में सहायक होता है। 

  • संरक्षित खेती द्वारा मूंग की खेती करने से सिंचाई जल की भी बचत होती है।

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