-
मिर्च की फसल में रोपाई प्रक्रिया पूरे होने के साथ हीं रस चूसक कीटों का प्रकोप शुरू होने लगता है। यह कीट पत्तियों का रस चूसते हैं और अपने तेज मुखपत्र के साथ पत्तियों एवं कलियों का रस चूसते हैं और पत्तियां किनारों पर भूरी हो सकती हैं, या विकृत हो सकती हैं साथ ही ऊपर की ओर मुड़ सकती हैं। इसी वजह से पत्तियां मुरझा जाती हैं और फसल की बढ़वार को भी प्रभावित करती है।
-
इस कीट के प्रबंधन के थियामेंथोक्साम 12.6% + लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 9.5% ZC@ 80 मिली/एकड़ या स्पेनोसेड 45% SC @ 75 मिली/एकड़ या सायनट्रानिलीप्रोल 10.26% OD @ 240 मिली/एकड़, लैम्ब्डा सायलोथ्रिन 4.9% CS @ 200 मिली/एकड़ या फिप्रोनिल 5% SC @ 400 मिली/एकड़ का उपयोग करें।
-
जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना 500 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
Shareफसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।