यह कीट निम्फ और वयस्क अवस्था में पत्तियों की निचली सतह से रस चूसते हैं। ग्रसित पत्तियाँ किनारों से ऊपर की ओर मुड़कर, पीले रंग की हो जाती है। बैगन की फसल में यह कीट कोई प्रत्यक्ष नुकसान नहीं पहुंचाता है, लेकिन छोटी पत्ती रोग के वाहक के रूप में कार्य करता है। इस रोग से प्रभावित फसल में फूल व फल का विकास नहीं होता है तथा मोज़ेक वायरस रोग को भी यह कीट स्थानांतरित करता है।
इनके नियंत्रण के लिए सोलोमोन (बीटा-साइफ्लुथ्रिन 08.49% + इमिडाक्लोप्रिड 19.81% ओडी) @ 80 मिली या सुपरकिलर 25 (साइपरमेथ्रिन 25% ईसी) @ 80 मिली + नोवामैक्स @ 300 मिली + सिलिकोमैक्स गोल्ड @ 50 मिली प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
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