पिछले कुछ दिनों से हो रही बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, 22 मार्च तक मध्य प्रदेश के 12 जिलों—सिंगरौली, मैहर, शहडोल, अनुपपुर, उमरिया, सागर, दमोह, पन्ना, जबलपुर, कटनी, सिवनी और डिंडौरी—में भारी फसल क्षति हुई है।
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, इन 12 जिलों की 29 तहसीलों के 275 गांवों में करीब 2160 किसानों की 2194 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है। इसके अलावा, आकाशीय बिजली गिरने से 5 लोगों की मृत्यु हुई, 16 पशु हानि और 2 मकानों को नुकसान पहुंचा है। सरकार ने जल्द से जल्द राहत पहुंचाने के लिए सर्वेक्षण प्रक्रिया तेज कर दी है। बीमित किसान अपनी फसल क्षति की सूचना कृषि रक्षक हेल्पलाइन नंबर 14447 पर दे सकते हैं।
किन जिलों में कितना नुकसान हुआ?
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सिंगरौली: 50 गांव
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मैहर: 15 गांव
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शहडोल: 34 गांव
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अनूपपुर: 2 गांव
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उमरिया: 7 गांव
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सागर: 2 गांव (1 जनहानि, 2 पशु हानि)
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दमोह: 105 गांव
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पन्ना: 2 गांव
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जबलपुर: 2 गांव
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कटनी: 2 तहसील
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सिवनी: 10 गांव
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डिंडौरी: 20 गांव
किसानों को राहत के लिए वितरित की गई राशि
वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक विभिन्न आपदाओं से प्रभावित किसानों को 643.92 करोड़ रुपये की राहत राशि वितरित की गई है, जिसमें शामिल हैं:
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ओलावृष्टि से क्षति पर: 216.44 करोड़ रुपये
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बाढ़/अतिवृष्टि से नुकसान पर: 104.04 करोड़ रुपये
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आग से फसल क्षति पर: 16.02 करोड़ रुपये
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सर्पदंश से मृत्यु पर: 98.51 करोड़ रुपये
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कीट प्रकोप से नुकसान पर: 13.13 करोड़ रुपये
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वन्य प्राणियों द्वारा फसल क्षति पर: 2.18 करोड़ रुपये
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अन्य आपदाओं के लिए: 154.51 करोड़ रुपये
सरकार किसानों को जल्द राहत प्रदान करने के लिए सर्वेक्षण कार्य में तेजी ला रही है ताकि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा मिल सके।
स्रोत: किसान समाधान
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