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इस कीट का लार्वा पीले धूसर रंग के होता है और बाद में भूरे रंग का हो जाता है।
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इस कीट को स्पर्श करने पर यह कुंडलित अवस्था में चला जाता है।
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ये कीट रात के समय, आधार स्तर से प्याज के छोटे पौधों को काटता है और दिन के समय छिप जाता है।
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नव विकसित कीट अधिक संख्या में प्याज के पत्ते पर फ़ीड करते हैं लेकिन बाद में अलग हो कर मिट्टी में प्रवेश करते हैं।
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इसके नियंत्रण के लिए रोपाई के समय कारबोफुरान 3% GR @ 7.5 किलो/एकड़ की दर से जमीन में मिलाये।
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कारटॉप हाइड्रोक्लोराइड 4% G@ 7.5 किलो/एकड़ की दर से जमीन में मिलाएं।
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क्लोरपायरीफोस 20% EC@ 1 लीटर/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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जैविक नियंत्रक के रूप में हर छिड़काव के साथ बवेरिया बेसियाना @ 500 ग्राम/एकड़ का उपयोग करें।
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