- खेत में रोपाई के 20 से 30 दिन बाद मिर्च की फसल के बेहतर विकास के लिए आवश्यक प्रमुख सूक्ष्म पोषक तत्व का फसल में उपयोग करना बहुत आवश्यक है।
- ये सभी पोषक तत्व मिर्च की फसल में सभी तत्वों की पूर्ति करते हैं जिसके कारण मिर्च की फसल में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है।
- पोषक तत्व प्रबंधन में यूरिया- 25 किग्रा, डीएपी- 20 किग्रा, मैग्नीशियम सल्फेट- 15 किग्रा, सल्फर (कॉसवेट) – 3 किग्रा और जिंक सल्फेट- 5 किग्रा प्रति एकड़ की दर से उपयोग करें।