- आलू की फसल में पौधे जलने की समस्या अगेती झुलसा रोग के कारण होती है।
- इस रोग का प्रकोप दिसंबर महीने की शुरुआत में आलू की फसल में होता है।
- यह रोग आल्टरनेरिया सोलेनाई नामक फफूंदी के कारण होता है।
- इसके कारण पत्तियों पर गोल अंडाकार या छल्ले युक्त धब्बे बन जाते हैं जो भूरे रंग के होते हैं।
- ये धब्बे धीरे-धीरे आकार में बढ़ने लगते हैं और पूरी पत्ती को ढक लेते हैं जिससे आखिर में रोगी पौधा मर जाता है।
रासायनिक उपचार:
एज़ोक्सिस्ट्रोबिन 11% + टेबुकोनाज़ोल 18.3% SC@ 300 मिली/एकड़ या कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP@ 300 ग्राम/एकड़ या मेटालैक्सिल 4% + मैनकोज़ेब 64% WP@ 600 ग्राम/एकड़ या टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% WG@ 500 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
जैविक उपचार:
ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ या स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।