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किसान भाइयों तरबूज की बुवाई के 60 – 65 दिनों के बाद तरबूज की फसल फल विकास वाली अवस्था में होती है।
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फसल की इस अवस्था में स्वस्थ एवं अच्छे फल प्राप्त करने के लिए पौधों को फल मक्खी, सफेद मक्खी, रेड पम्पकिन बीटल, पर्ण सुरंगक, डाउनी मिल्ड्यू, एंथ्रेक्नोज, गमोसिस आदि की समस्याएं देखी जाती है। इसके समाधान के लिए निम्न सिफारिशें उपयोग में ला सकते हैं।
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नोवालक्सम (थियामेथोक्साम 12.6% + लैम्डा सिहलोथ्रिन 9.5% जेडसी) @ 80 मिली + अटाब्रोन (क्लोरफ्लुज़ुरोन 5.4% ईसी) @ 300 मिली + संचार (मैनकोज़ेब 64% + मेटैलेक्सिल 8% डब्ल्यूपी) @ 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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अच्छे फल विकास के लिए जल घुलनशील उर्वरक आदित्य (00:00:50) @ 1 किलो/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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फल मक्खी के अच्छे प्रबंधन के लिए 10 फेरोमोन ट्रैप प्रति एकड़ की दर से आवश्यक रूप से उपयोग करें।
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