तरबूज की खेती आजकल कई किसान करते हैं और इससे अच्छा लाभ भी उन्हें मिलता है। पर क्या आप जानते हैं की तरबूज की खेती की वजह से इतिहास में एक बार दो रियासतों के बीच युद्ध छिड़ गई थी? जी हाँ ये वाक्या दरअसल राजस्थान में सन 1644 ईस्वी में पेश आया था जब तरबूज की फसल के लिए बीकानेर और नागौर रियासतों के बीच युद्ध छिड़ गई और इसमें हजारों सैनिकों की जान भी चली गई थी।
बीकानेर और नागौर रियासत की सीमा पर उगे तरबूज की फसल के लिए दो खेत मालिकों के बीच हुई कहासुनी इस युद्ध के शुरुआत का कारण बनी। दरअसल बीकानेर रियासत के आखिरी गांव में तरबूज की फसल लगाई गई। इस तरबूज की बेल फैलते-फैलते दूसरी रियासत के गांव में चली गई। जब तरबूज के फल उगने लगे तब इसी फल पर दावेदारी के लिए यह युद्ध हुई। इस युद्ध में जीत बीकानेर रियासत की हुई और नागौर के सैनिक बुरी तरह हार गए थे।
स्रोत: न्यूज़ 18
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