किसान भाइयों प्याज की फसल में मुख्य पोषक तत्वों के अलावा सूक्ष्म पोषक तत्वों की भी आवश्यकता होती है l मिट्टी में इन पोषक तत्वों की आपूर्ति नहीं होने पर यह फसल पर अपनी कमी के लक्षण प्रदर्शित करने लगते है l
कुछ प्रमुख तत्वों के कमी के लक्षण निम्न है –
-
नाइट्रोजन:- नाइट्रोजन की कमी होने पर पत्तियां पीली हरे रंग के साथ ऊपर से घुमावदार एवं छोटी रह जाती हैं। कंद पकने की अवस्था में कंद के ऊपर के उत्तक मुलायम रह जाते हैं।
-
फास्फोरस:- फास्फोरस की कमी होने पर पत्तियों का रंग हल्का हरा हो जाता है, पत्तियों के सिरे जले हुए दिखाई देते हैं और फसल देर से पकती है।
-
पोटाश:- पोटाश की कमी होने पर पत्तियां गहरी हरी एवं सीधी हो जाती है। पुरानी पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं एवं उन पर धब्बे दिखाई देते हैं।
-
सल्फर- सल्फर की कमी होने पर पत्तियों का हरा रंग समाप्त हो जाता है एवं एक समान पीली दिखाई देती है।
-
मैंगनीज- मैंगनीज की कमी होने पर पत्तियों का रंग हल्का हो जाता है और ऊपर की ओर घूमने लगती हैं। पतियों के सिरे जलने लगते है, फसल वृद्धि रुक जाती है। कंद देरी से बनते है एवं गर्दन के यहाँ से मोटे हो जाते हैं।
-
जिंक- जिंक की कमी होने पर पत्तियों पर हल्के पीले और सफेद रंग की धारियां बन जाती हैं।
-
आयरन- आयरन की कमी होने पर सर्वप्रथम लक्षण नई पत्तियों पर दिखाई देते हैं, नई पत्तियों की मध्य शिरायें पीली हो जाती हैं।
Shareकृषि एवं किसानों से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।