ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल में शून्य जुताई से मिलेंगे कई लाभ

  • किसान भाइयों शून्य जुताई या नो टिल फार्मिंग, खेती करने का वह तरीका है जिसमें भूमि को बिना जोते ही बार-बार कई वर्षों तक फसलें उगाई जाती है। 

  • शून्य जुताई द्वारा पूरे फसल चक्र में लगभग 50 -60 दिन की बचत होती है इस समय किसान खेत में मूंग जैसी फसलें लगाकर अतिरिक्त आय ले सकते हैं।

  • इस समय किसान भाई गेहूँ की कटाई के बाद फसल अवशेष हटाए बिना हल्की सिंचाई कर हैप्पी सीडर, पंच प्लांटर, जीरो टिलेज सीड ड्रिल आदि मशीनों द्वारा मूंग की बुवाई कर निम्न लाभ उठा सकते हैं – 

  • शून्य जुताई प्रक्रिया अपनाने से जुताई की लागत, सिंचाई जल एवं समय की बचत होती है। 

  • इसके साथ ही ऊर्जा, इंधन व बिजली की लागत में भी कमी आती है।

  • उर्वरक, कीटनाशक एवं अन्य रसायनों के उपयोग में बचत होती है।

  • मिट्टी की भौतिक, जैविक संरचना एवं रासायनिक स्थिति में सुधार होता है।

  • उपज एवं गुणवत्ता में भी वृद्धि होती है। 

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