एजोटोबैक्टर क्यों होता है फसलों के लिए बेहद लाभकारी?

What is Azotobacter and what is its importance in crops

एजोटोबैक्टर ऑक्सीजन की उपस्थिति में वायुमंडलीय नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करने वाला जैव उर्वरक है। इसके प्रयोग से मिट्टी में 12-15 किलोग्राम नाइट्रोजन प्रति एकड़ स्थिर हो जाती है। एजोटोबैक्टर का उपयोग मिट्टी और बीजाें के उपचार तथा रोपाई के लिए किया जाता है। एजोटोबैक्टर का उपयोग मिट्टी के उपचार के लिए, 750 ग्राम एजोटोबैक्टर को 25 किलोग्राम सड़ी गोबर की खाद में समान रूप से मिलाएं और जुताई से पहले खेत मे डालें। एजोटोबैक्टर के उपयोग से लगभग 4-6 किलोग्राम तक नाइट्रोजन प्रति एकड़ परिवर्तित होकर पौधों को मिल जाती है। इसके इस्तेमाल से फसल का उत्पादन भी लगभग 10-20 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। एजोटोबैक्टर, भूमि में पर्याप्त मात्रा में जैव सक्रिय पदार्थ विटामिन के लिए वृद्धिकारक है। इसके कारण बीज का अंकुरण तथा पौधे की बढ़वार अच्छी होती है। 

एजोटोबैक्टर कल्चर के उपयोग की विधि: एजोटोबैक्टर कल्चर से बीजों को उपचारित करने के लिए आवश्यकतानुसार पानी में 50 ग्राम गुड़ घोलकर उसमें 200 ग्राम कल्चर मिलाएं। इसको एक एकड़ के बीजाें पर छिड़कते हुए हल्के हाथाें से मिला दें, ताकि बीजाें पर कल्चर की एक बारीक परत चढ़ सके, इसके बाद बीजों की बुवाई करें। 

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