प्याज एवं लहसुन में पादप वृद्धि नियामक का उपयोग है जरूरी

Use of plant growth regulators is essential in onion and garlic
  • प्याज एवं लहसुन की फसल में पादप वृद्धि नियामक एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 

  • पादप वृद्धि नियामक प्याज एवं लहसुन के कंदों के आकार को बढ़ाते हैं, कंद की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं और इसके साथ साथ पौधों की वानस्पतिक वृद्धि को भी नियंत्रित करते हैं। 

  • प्याज एवं लहसुन की फसल में कंदों का आकार बढ़ाने एवं उपज में वृद्धि के लिए पादप वृद्धि नियामक जैसे चमत्कार (मेपीक्वेट क्लोराइड 5 % एएस) @ 600 मिली या लिहोसिन (क्लोरमक्वेट क्लोराइड 50% एसएल) @ 250 मिली या जीका (पैक्लोब्यूट्राजोल 23% एससी) @ 50 मिली या ताबोली (पैक्लोब्यूट्राजोल 40  एससी) @ 30 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव कर सकते हैं। 

  • इनका उपयोग फसल में रोपाई के 100 दिनों बाद या खुदाई के 10-15 दिन पहले किया जाता है।

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