टमाटर में टोमेटो स्पॉटेड विल्ट वायरस की रोकथाम के उपाय

Tomato Spotted Wilt Virus in Tomato
  • किसान भाइयों टमाटर में टोमेटो स्पॉटेड विल्ट वायरस [टोस्पो] थ्रिप्स के द्वारा फैलता है।

  • टमाटर के पौधे की नई पत्तियों पर बैंगनी, भूरे रंग के धब्बे इस रोग के प्रारंभिक लक्षण हैं। बाद में यह भूरे रंग के धब्बे आपस में मिलकर बड़े धब्बों/छल्लों में बदल जाते हैं एवं पत्तियों के ऊतकों को नष्ट करने लगते हैं।  

  • अधिक संक्रमण होने पर टमाटर के फल अधपके रह जाते हैं।   

  • अधपके फलों पर हल्के पीले रंग के धब्बे बनने लगते हैं अंत में यह धब्बे धीरे-धीरे बड़े आकार के धब्बों में बदल जाते हैं। 

  • वायरस के नियंत्रण के लिए थ्रिप्स की रोकथाम करना बहुत जरुरी है इसके लिए फिप्रोनिल 5% एससी @ 400 मिली या लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 4.9% सीएस @ 200 मिली या स्पिनोसेड 45% एससी @ 75 मिली की दर से छिड़काव करें। 

  • जैविक उपचार के रूप में ब्यूवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।

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