कपास की फसल में थ्रिप्स कीट का प्रबंधन

Thrips Management in Cotton

कपास की फसल में जब मानसून की पहली बारिश हो जाती है तब कपास में रस चूसक कीटों का प्रकोप शुरू होने लगता है।
यह कीट पत्तियों का रस चूसते हैं और अपने तेज मुखपत्र के साथ पत्तियों एवं कलियों का रस चूसते हैं।
इसके प्रकोप से पत्तियां किनारों पर भूरी हो सकती हैं, या विकृत हो सकती हैं और ऊपर की ओर कर्ल कर सकती हैं। इस कारण पत्तियां मुरझा जाती हैं और अन्त में पौधा मर जाता है।
इन कीटों में मुख्य रूप से थ्रिप्स, एफिड, जैसिड का प्रकोप बहुत अधिक होता है।

इन कीटों के प्रबंधन के लिए निम्र रसायनों का उपयोग लाभकरी होता है

  • प्रोफेनोफोस 50% EC @ 400 मिली/एकड़ या एबामेक्टिन 1.9 % EC@ 150 मिली/एकड़ या स्पेनोसेड 45% SC @ 75मिली/एकड़
  • लैंबडा सायलोथ्रिन 4.9% CS @ 200 मिली/एकड़ या फिप्रोनिल 5% SC @ 400 मिली/एकड़
  • ऐसीफेट50 %+ इमिडाक्लोरोप्रिड1.8 %SP@ 400 ग्राम/एकड़
  • एसिटामिप्रिड 20% SP@ 100 ग्राम/एकड़
  • मेट्राज़ियम @ किलो/एकड़ या बवेरिया बेसियाना 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।

 

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