खेतों में सल्फर की कमी एवं इसे दूर करने वाले उपाय

👉🏻किसान भाइयों, खेतों में सल्फर की कमी एक वास्तविक समस्या है और तुरंत सुधारा जाना चाहिए l अतः सल्फर युक्त उर्वरकों का उपयोग करके खेतों में सल्फर की कमी को दूर किया जा सकता है और फसलों से ज्यादा से ज्यादा उत्पादन लिए जा सकता है l 

👉🏻सल्फर विभिन्न फसलों की उपज व गुणवत्ता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है l 

👉🏻तिलहनी फसलों में तेल की मात्रा व प्रोटीन प्रतिशत बढ़ाने में भी सहायक होता है l 

👉🏻सल्फर की कमी को दूर करने के लिए सल्फर युक्त उर्वरक का चयन फसलों, उनकी किस्मों तथा आसान उपलब्धि पर निर्भर करता है l 

👉🏻फसलों के लिए अनिवार्य तत्व के रूप में सल्फर के स्त्रोत व उनमें सल्फर प्रतिशतता निम्न प्रकार है –

सल्फर युक्त उर्वरक

सल्फर प्रतिशतता

अमोनियम सल्फेट 

24 

अमोनियम सल्फेट नाइट्रेट 

15 

अमोनियम फास्फेट सल्फेट

15 

कैल्शियम सल्फेट [ जिप्सम ]

14 – 20 

फास्फो जिप्सम

11 

सिंगल सुपर फास्फेट

12 

पोटेशियम सल्फेट 

10 

पोटेशियम मैग्नीशियम सल्फेट

16 – 22 

जिंक सल्फेट

15 

पाइराइट 

22 – 24 

👉🏻सामान्यतः अधिकांश फसलों में सल्फर का उपयोग 10 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से किया जाता है l ध्यान रखें यदि मृदा अम्लीय है तो अमोनियम सल्फेट व पौटेशियम सल्फेट का प्रयोग उपयुक्त रहता है। क्षारीय मृदा में सिंगल सुपर फास्फेट या जिप्सम का उपयोग करना चाहिए।

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