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किसान भाइयों गेहूँ की फसल रबी की प्रमुख फसलों में से एक है।
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गेहूँ की फसल 80-90 दिनों की अवस्था में परिपक्वता की अवस्था में रहती है, इस अवस्था में फसल को पर्याप्त मात्रा में आवश्यक पोषक तत्वों को देना बहुत आवश्यक होता है साथ ही फफूंदी जनित रोग जैसे अनावृत कंडवा, रस्ट आदि रोगों से सुरक्षा प्रदान करना भी आवश्यक होता है।
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फफूंदी जनित रोगों से बचाव के लिए जेरॉक्स (प्रोपिकोनाज़ोल 25% ईसी) @ 200 मिली प्रति एकड़ छिड़काव करें।
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जैविक उपचार के रूप में मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस) @ 250 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें।
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अगर फसल में इल्ली का प्रकोप दिखाई दे तो इमानोवा (इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी) @ 100 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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पोषक तत्व प्रबंधन एवं दाने की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए पानी में घुलनशील उर्वरक 00:00:50 @ 1 किलोग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें।
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