सोयाबीन की फसल में 35 से 40 दिनों में छिड़काव प्रबंधन

Spray management in soybean crop in 35-40 days
  • सोयाबीन की फसल में बुआई के समय एवं बुआई के 25-30 दिनों में कीट एवं कवक जनित रोगों के नियंत्रण के साथ ही अच्छी वृद्धि एवं विकास के लिए छिड़काव प्रबंधन किया जाता है ठीक उसी तरह बुआई के 35 से 40 दिनों में भी छिड़काव प्रबंधन किया जाना बहुत जरूरी होता है।
  • खरीफ की फसल होने के कारण सोयाबीन की फसल जिस खेत में बोई जाती है वहाँ नमी अधिक होती है। इस कारण बहुत से कवक जनित रोगों का प्रकोप सोयाबीन की फसल पर होता है।
  • इन रोगों के नियंत्रण के लिए हेक्साकोनाज़ोल 5% SC @ 400 मिली/एकड़ या थायोफिनेट मिथाईल 70% WP@ 300 ग्राम/एकड़ या कासुगामायसीन 3% SL@ 400 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • कीट जनित रोगों के नियंत्रण के लिए प्रोफेनोफोस 40% + सायपरमेथ्रिन 4% EC@ 400 मिली/एकड़ या इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG @ 100 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • सोयाबीन के फसल से फूल और फूल को झड़ने से रोकने के लिए होमोब्रेसिनोलाइड @100 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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सोयाबीन की फसल में 20 से 25 दिनों बाद छिड़काव प्रबंधन

Spray management in Soybean Crop in 20-25 days
  • सोयाबीन की फसल की बुआई के समय जिस प्रकार उर्वरक प्रबंधन बहुत आवश्यक होता है ठीक उसी प्रकार बुआई के 20 से 25 दिनों बाद भी छिड़काव प्रबंधन बहुत आवश्यक होता है।
  • इस छिड़काव को करने से सोयाबीन की फसल में लगने वाले कीटों एवं कवकों से फसल की सुरक्षा हो जाती है। 
  • इसके लिए लैंबडा-साइफलोथ्रिन 4.9%CS @ 200 मिली/एकड़ या प्रोफेनोफॉस 50% SC @ 500 मिली/एकड़। 
  • कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ब 63% WP@ 300 ग्राम/एकड़ और समुद्री शैवाल @ 400 मिली/एकड़ और एमिनो एसिड @ 300 मिली/एकड़ या G A 0.001%@ 300 मिली/एकड़ का उपयोग करें।
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