सामग्री पर जाएं
फसल अवशेष यानी पराली जलाने से बहुत प्रदूषण फैलता है और खेत की मिट्टी के अंदर रहने वाले सूक्ष्म जीव भी मर जाते हैं। जिससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। ऐसे में पराली न जलाकर इसका उपयोग खाद बनाने में करना चाहिए। पराली को सड़ाने और उसे खाद बनाने के लिए स्पीड कम्पोस्ट का इस्तेमाल करते हैं।
स्पीड कम्पोस्ट में, बेसिलस पॉलीमाइक्सा, एज़ोटोबैक्टर, ट्राइकोडर्मा विरेडी, चेटोमियम ग्लोबोसम, ट्राइकोडर्मा लिग्नोरम, सेल्युलोलिटिक, एमाइलोलिटिक, प्रोटियोलिटिक एंजाइम स्रावित करने वाले एस्परजिलस, पेनिसिलियम, चेटोमियम, ट्राइकोडर्मा, पैसिलोमाइसेस, स्ट्रेप्टोमाइसेस, बैसिलस, एज़ोटोबैक्टर आदि का कार्बनिक सूत्रीकरण होता है।
उपयोग विधि
-
1 किलो स्पीड कम्पोस्ट, प्रति टन जैविक पदार्थ को विघटित कर सकता है। जैविक पदार्थ में पर्याप्त नमी के साथ – साथ, कार्बन एवं नाइट्रोजन का अनुपात 25:1 – 30:1 के बीच होने पर जैविक पदार्थ का विघटन तेजी से होता है।
-
यूरिया 10 किग्रा + 1 किग्रा स्पीड कम्पोस्ट का, 200 लीटर पानी में अच्छी तरह से घोल तैयार करें। जैविक पदार्थ के ढेर की प्रत्येक परत पर मिश्रण का छिड़काव करें। इस प्रकार स्पीड कम्पोस्ट के उपयोग से जैविक पदार्थ का विघटन 50-60 दिन में पूर्णतः हो जाता है।
-
फसल बुवाई से पहले, गोबर की खाद 5 टन + स्पीड कम्पोस्ट 4 किग्रा प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में समान रूप से भुरकाव करें।
महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
Share