ऐसे करें बीज अंकुरण प्रतिशत का परीक्षण एवं जानें इसके लाभ

seed germination test method
  • रबी की बुवाई के पहले गेहूँ, चना, सरसों एवं दाल वाली फसलों में बीज़ परीक्षण किया जा सकता है।

  • बुवाई से पूर्व किसान स्वयं ही बीज अंकुरण परीक्षण करके अपनी फसल के उत्पादन को अच्छी किस्म की बुवाई करके बड़ा सकते है।

  • इसके लिए किसान पेपर विधि या सूती कपड़े की विधि का उपयोग कर सकते हैं।

  • पेपर विधि के लिए अख़बार को एन आकर में चार सामान रूप से मोड़ ले, पेपर के बीच वाली जगह पर बीजो को रखे, मुड़े हुए पेपर के दोनों हिस्सों को धागे से बांधे l

  • इसके बाद बीजों पर हल्का पानी डालकर गिला करें, एवं दो से पांच दिनों में अंकुरण की स्थिति देखकर अंकुरण प्रतिशत निकालें।

  • सूती कपड़ा विधि में 100 बीजों को गिनकर ले एवं कपड़े पर उनको फैला दें एवं हल्का पानी डाले एवं दो से पांच दिनों में अंकुरण की स्थिति देखकर प्रतिशत निकालें।

  • बीजों का परीक्षण करने से हमे बीज की उगने की क्षमता का पता चलता है कि हमारा बीज कितने प्रतिशत उगेगा जिससे की हम बीज दर घटा या बढ़ा सकते हैं।

  • बीज का परीक्षण करने से बीज में कीट व्याधि का पता चल जाता है। किसानों की आय बढ़ती है, लागत कम हो जाती है।

  • बीज परीक्षण से हमे स्वस्थ बीज मिल जाते हैं जिससे उपज बढ़ती है।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share

केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसानों की आय दोगुनी करने में बीजों की भूमिका को बताया अहम

किसी भी फसल से बेहतर उत्पादन प्राप्त करने के लिए जिस चीज की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है वो है उन्नत किस्म के बीज। बीज की इसी महत्ता को केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने समझा और नई दिल्ली में आयोजित भारतीय बीज कांग्रेस – 2020 को संबोधित करते हुए इस पर वक्तव्य भी दिया।

कृषि मंत्री श्री तोमर ने कहा है कि “भारत एक कृषि प्रधान देश है, हमारे देश की अर्थव्यवस्था गांव और कृषि पर निर्भर है, कृषि और गांव के ताने बाने के परिणाम स्वरूप अर्थव्यवस्था को लगने वाले झटकों से उबरने में सफलता मिली है।” बीज की भूमिका पर बात करते हुए उन्होंने कहा की “बीज उत्पादकों के अनुसंधान और वैज्ञानिकों के योगदान के फलस्वरूप आज देश खाद्यान्न की दृष्टि से आत्मनिर्भर ही नहीं बल्कि आवश्यकता से अधिक उत्पादन करके एक कीर्तिमान स्थापित करने में भी सफल हुआ है।”

किसानों का सच्चा साथी ग्रामोफ़ोन भी बेहतर कृषि हेतु बीजों की अहमियत को समझता है और इसीलिए उन्नत किस्म के बीज किसान भाइयों के घर तक बिना किसी डिलीवरी चार्ज के पहुँचाता है। उन्नत किस्म के बीज अपने घर पर मंगाने के लिए किसान भाई ग्रामोफ़ोन कृषि एप के ‘बाजार’ सेक्शन से इसके लिए ऑर्डर कर सकते हैं या फिर टोल फ्री नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल कर के भी बीज मंगवा सकते हैं।

Share

Selection of seed in moong

  • स्वस्थ,अच्छी गुणवत्ता वाले बीज चुनें।
  • अधिक उपज देने के लिए अच्छी प्रजातियों का चुनाव करें।
  • बीज रोग रहित होना चाहिये।
  • बीज का अंकुरण अच्छा होना चाहिये।
  • किसानों को अंकुरण की अवधि, पोषक तत्वों की आवश्यकता की भी जांच करनी चाहिये।
  • कुछ बीज रोग युक्त होते हैं; उनका उपयोग करने से पहले बीजो को उचित फफूंदी नाशक और कीटनाशक दवाओं से  उपचार करके ही बोना चाहिये।

नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके अन्य किसानों के साथ साझा करें।

Share