समुद्री शैवाल आपकी फसल एवं खेत दोनों के लिए होता है महत्वपूर्ण

Seaweed Utility for Crops
  • समुद्री शैवाल बीज के जल्द अंकुरण एवं उच्च अंकुरण दर को बढ़ाने में मददगार होता है।यह फसल की जड़ विकास पर विशेष प्रभाव डालता है।

  • पोषक तत्वों की पर्याप्त आपूर्ति के आधार पर, समुद्री शैवाल पौधे की ऊँचाई, तने के व्यास, पत्ती की संख्या आदि के वृद्धि में मदद करते हैं।

  • उच्च उत्पादन एवं फसल सुधार में भी ये सहायक होते हैं।

  • मिट्टी में प्राकृतिक रूप से उपस्थित तत्वों के संरक्षण में भी ये सहायक होते हैं।

  • अति सूक्ष्म जीवों के द्वारा कार्बन व नाइट्रोजन के अनुपात को नियंत्रित करने में भी ये सहायक होते हैं।

  • पोषक तत्वों के अपघटन की प्रक्रिया को संतुलित करने में सहायक होते हैं।

  • कृषि भूमि की सतत रूप से प्रबंधन करने में मदद करते हैं।

  • मिट्टी की संरचना सुधारक की तरह कार्य करते हैं।

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समुद्री शैवाल (सी वीड) का फ़सलों में महत्व

Importance of Seaweed in Crops
  • समुद्री शैवाल (सी वीड) पौधों की चयापचय बढ़ाने के रूप में काम करता है, यह पौधों में आंतरिक वृद्धि और विकास प्रक्रियाओं को उत्तेजित करती है। 
  • प्रारंभिक अंकुरण वृद्धि के साथ साथ प्राथमिक एवं माध्यमिक जड़ विकास करता है।
  • समुद्री शैवाल सूक्ष्मजीवों की क्रियाशीलता बढ़ाता है। जिससे मृदा की संरचना में सुधार होता है। 
  • इससे उच्च मात्रा में पोषक तत्व पौधों को प्राप्त होते है जिससे पत्तियों और शाखाओं का बेहतर विकास होता है। 
  • फसल में फूलों एवं फलों का झड़ना कम करता है।  
  • दानों और फलों के आकर और वजन में वृद्धि कर फसल में अधिक उपज के साथ गुणवत्ता बढ़ाता है।
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