आधुनिक यंत्र और नई तकनीक पर मिल रहा भारी अनुदान, जल्द कराएं आवेदन

देशभर में सभी किसानों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। किसानों को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई लाभकारी योजनाएं चला रही हैं। इसी क्रम में सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में आधुनिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि किसानों को खेती बाड़ी में ज्यादा लाभ प्राप्त हो सके। इसके लिए सरकार कृषि यंत्र और नई तकनीक की खरीदी पर अनुदान प्रदान कर रही है। 

सोलर पंप, ड्रिप, फार्मपौण्ड व डिग्गी पर अनुदान

इसी कड़ी में राजस्थान सरकार अपने राज्य के किसानों को अनुदान पर ड्रिप इरिगेशन के लिए सिंचाई संयंत्र उपलब्ध करा रही है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने 1.60 लाख कृषकों को सिंचाई संयंत्र उपलब्ध कराने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। वहीं पहले से ही 9,738 फार्मपौण्ड और 1,892 डिग्गियों के निर्माण के लिए सब्सिडी देने की घोषणा की जा चुकी है। इसके अलावा प्रेदश में 22,807 सोलर पंप स्थापित करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। 

जल्द कराएं आवेदन

इस योजना का लाभ उठाने के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://rajkisan.rajasthan.gov.in पर जाएं। यहां पर फार्मपौण्ड, डिग्गी, ड्रिप इरिगेशन एवं सोलर पंप से लेकर खेती बाड़ी से जुड़ी सभी योजनाओं के विकल्प दिए गए हैं। जिसकी मदद से आप राज्य सरकार की सभी योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही इसी पोर्टल पर आप ऑनलाइन आवदेन भी कर सकते हैं। 

स्रोत : किसान समाधान

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अब गोबर से भी होगी बढ़िया आमदनी, पशुपालकों के लिए हुई खास योजना लागू

राजस्थान सरकार ने प्रदेश में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए ‘देवनारायण पशुपालक योजना’ की शुरूआत कर दी है। इस अनूठी योजना के तहत 501 आवासों का आंवटन किया गया है। इस योजना के लिए करीब 300 करोड़ रूपए खर्च किए गए हैं, जिसमें 15 हजार मवेशियों के रहने की व्यवस्था की गई है। 

पशुपालकों के लिए क्या है खास ?

इस योजना की खास बात यह है कि यहां रहने वाले पशुपालक दूध के अलावा अब गोबर भी बेच सकेंगे। इसके लिए पशुपालकों को एक रूपए प्रति किलो गोबर के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। इसके साथ ही डेयरी व्यवसाय के लिए भी यहां विशेष प्रावधान किए गए हैं। इसमें मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट, बायोगैस प्लांट, पशु चिकित्सा और पशु मेला मैदान की व्यवस्था की गई है, ताकि पशुपालकों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो।

इसके साथ ही पशुपालकों और उनके परिवार के सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक विकास के लिए यहां पर सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके अंतर्गत अंग्रेजी माध्यम स्कूल, चिकित्सालय, दुग्ध मंडी, हाट बाजार, आवागमन के लिए बस, सोसाइटी कार्यालय और पुलिस चौकी का निर्माण किया गया है। 

स्रोत: टीवी9भारतवर्ष

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किसानों को मुफ्त मिलेंगे खरीफ फसल के उन्नत व प्रमाणित बीज

किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई योजनाएं चला रही हैं। इसी क्रम मे खेती में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से किसानों को सब्सिडी पर उन्नत और प्रमाणित बीज दिए जाते हैं। इसी बीच राजस्थान सरकार ने प्रदेश के किसानों को खरीफ फसलों के बीज फ्री में उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। 

बीज उत्पादन और वितरण मिशन के तहत राज्य सरकार प्रदेश के करीब 25 लाख लघु व सीमान्त किसानों को मुफ्त बीज मिनीकिट वितरित करेगी। इसके माध्यम से किसान भाईयों को सोयाबीन, मक्का, बाजरा, मूंग, व उड़द के उन्नत बीज प्रदान किए जाएंगे।

बता दें कि दलहनी फसलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने लगभग 3 लाख किसानों को मूंग, उड़द और मोठ के बीज देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही सोयाबीन की उन्नत खेती के लिए किसानों को सोयाबीन के प्रमाणिक बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। 

बता दें कि वर्तमान समय में राज्य सरकार की ओर बीज मिनीकिट वितरण कार्य शुरू कर दिया गया है। सरकार की इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान भाई अपने क्षेत्र के ग्राम पंचायत स्तर पर गठित कमेटी से सम्पर्क कर सकते हैं, या फिर स्थानीय कार्यकर्ता की सहायता से बीज प्राप्त कर सकते हैं।

स्रोत: किसान समाधान

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