सब्जी वर्गीय फसलों में निमेटोड की समस्या एवं रोकथाम के उपाय

Problem of Nematode in vegetable crops and their prevention

निमेटोड सूक्ष्म कृमि जैसे कीट होते हैं जो मुख्य रूप से सब्जी वर्गीय फसलों जैसे – टमाटर, बैगन, मिर्च, भिंडी, खीरा आदि की जड़ों पर आक्रमण करते हैं। पौधों के जड़ों पर गांठें बनना ही इस सूक्ष्म कृमि का मुख्य लक्षण है। रोगग्रसित पौधों की जड़ों पर छोटी-छोटी गांठें बन जाती हैं, जिसके कारण पौधे में पोषक तत्व और पानी सोखने की क्षमता कम हो जाती है, जिससे पौधे पीले और छोटे रह जाते हैं। पौधे की वृद्धि रुक जाती है और अंत में सम्पूर्ण फसल सूख जाती है।

नियंत्रण के उपाय:

गर्मियों में खेत की हल्की सिंचाई के बाद 2-3 गहरी जुताई 10-12 दिन के अन्तर पर करें। इससे सूत्रकृमि ऊपरी सतह पर आकर अधिक तापमान से मर जायेगें।

इसके नियंत्रण के लिए निमेटो फ्री प्लस (वर्टिसिलियम क्लैमाइडोस्पोरियम) 2-4 किलो/एकड़ में खेत की तैयारी, बुवाई या रोपाई के समय खेत में डालें। वेलम प्राइम (फ्लुओपिरम 34.48% एससी) 250 मिली/एकड़ से ड्रिप या ड्रेंचिंग से भूमि को उपचारित करें। 

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