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सेप्टोरिया पत्ती धब्बा रोग का विकास 25 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अधिक होता है। यह रोग फसल विकास के किसी भी अवस्था में हो सकता है, हालांकि आमतौर पर इसके लक्षण पहले पुरानी पत्तियों और तनों पर दिखाई देते हैं। जब पौधे में फल आने शुरू होते हैं, उस दौरान फल के डंठल, तनों और पुष्पकोष पर भी संक्रमण दिखाई देता है। इससे पत्तियों पर छोटे गोल जालीय धब्बे बन जाते हैं, साथ ही इनके किनारे पर गहरे भूरे रंग दिखते हैं।
निवारण के उपाय:-
👉🏻जैविक नियंत्रण के लिए, मोनास-कर्ब @ 500 ग्राम + कॉम्बैट @ 500 ग्राम + सिलिकोमैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
👉🏻रासायनिक नियंत्रण के लिए, मेरिवॉन @ 80-100 मिली + सिलिकोमैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
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