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किसान भाइयों मिट्टी की जांच कराना हमारे लिए बहुत ही आवश्यक होता है। जिससे मिट्टी में उपस्थित पोषक तत्वों का पता लगाकर खाद एवं उर्वरकों के खर्च को बचाया जा सकता है। मिट्टी की जाँच कराने के लिए नमूना लेते समय निम्न बातों का विशेष ध्यान रखें –
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पेड़ के नीचे, मेड़ के पास से, निचले स्थानों से, जहां खाद का ढेर हो, जहां जल भराव होता हो आदि स्थानों से नमूना नहीं लेना चाहिए।
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मिट्टी परीक्षण के लिए नमूना इस तरीके से लें कि वह स्थान पूरे खेत का प्रतिनिधित्व करता हो, इसके लिए कम से कम 500 ग्राम नमूना अवश्य लेना चाहिए।
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मिट्टी की ऊपरी सतह से कार्बनिक पदार्थों जैसे टहनियाँ, सूखे पत्ते, डंठल एवं घास आदि को हटाकर खेत के क्षेत्र के अनुसार 8-10 स्थानों का नमूना लेने हेतु चुनाव करें।
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चयनित स्थानों पर लगाई जाने वाली फसल की जड़ की गहराई जितनी गहराई से ही मिट्टी का नमूना लेना चाहिए।
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मिट्टी का नमूना किसी साफ बाल्टी या तगारी में एकत्रित करना चाहिए। मिट्टी के इस नमूने की लेबलिंग ज़रूर कर लें।
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यदि नमूना लेने वाला क्षेत्र बड़ा है तो नमूने की संख्या उसी के अनुरूप बढ़ा देनी चाहिए l
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