अब नहीं होगी सिंचाई में पानी की कमी, इस तकनीक पर सरकार देगी बंपर सब्सिडी

Pradhan Mantri Krishi Sinchai Yojana

भारत में सबसे ज्यादा लोगों का रोजगार खेती है। देश करीब करीब आधे से ज्यादा आबादी खेती करके ही अपनी आजीविका चलाती है। परंतु कई राज्यों ऐसे हैं जहाँ सिंचाई के पानी की कमी देखने को मिलती है जिससे खेती करने में परेशानी पेश आती है। ऐसे में पानी की कमी का सामना कर रहे किसानों के लिए एक ख़ास सिंचाई तकनीक है जिससे उनकी ये समस्या दूर हो सकती है। साथ ही साथ इस तकनीक पर सरकार की तरफ से जबरदस्त सब्सिडी का भी प्रावधान है।

इस तकनीक के लिए सरकार किसानों को 90% तक की सब्सिडी दे रही है। इस सब्सिडी की मदद से किसान सिंचाई के पानी की किल्लत से आसानी से निपट पाएंगे और उन पर इसका कोई आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ेगा। हम सिंचाई की जिस तकनीक की बात कर रहे हैं वो है टपक सिंचाई प्रणाली जिसे अंग्रेजी में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम के नाम से भी जाना जाता है।

ड्रिप इरिगेशन सिस्टम का उपयोग कर सिंचाई करने से खेतों में पानी की खपत 50% तक कम हो जाती है। कृषि वैज्ञानिक भी मानते हैं सिंचाई की ये तकनीक सबसे बेस्ट है और इसे लगाने के बाद जमीन को समतल करने की जरूरत नहीं पड़ती है। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के ऑफिसियल वेबसाइट पर विजिट करें और आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।

स्रोत: कृषि जागरण

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तालाब निर्माण के लिए किसानों को मिलेगा 80 हजार रूपए का अनुदान

Balram Talab Yojana

पानी के बिना खेतीबाड़ी संभव नहीं है। वहीं लगातार गिरते भू जल स्तर की वजह से किसानों को पानी की कमी से जूझना पड़ रहा है। इसके चलते कई बार खेतों में सिंचाई भी नहीं हो पाती है और फसलें खराब हो जाती हैं। हालांकि इस समस्या से निपटने के लिए मध्यप्रदेश सरकार बलराम तालाब योजना चला रही है। यह योजना प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत चलाई जा रही है।

इस योजना के तहत आर्थिक तौर पर कमजोर किसानों को तालाब निर्माण के लिए अनुदान दिया जाता है। इन तालाबों का उपयोग बारिश के पानी को इकट्ठा करने में किया जाता है। जो पानी बाद में खेत की सिंचाई करने के काम आता है। इन तालाबों द्वारा पर्याप्त पानी उपलब्ध होने की वजह से फसल उत्पादन में वृद्धि होती है। इसके चलते किसानों को अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है।

इस योजना का लाभ उठाने के लिए प्रदेश शासन की आधिकारिक वेबसाइट dbt.mpdage.org पर जाकर ऑनलाइन आवदेन करना होगा। बता दें कि यह अनुदान आवेदकों की श्रेणी के अनुसार दिया जाता है। जहां लघु या सीमांत किसान को 50% की अधिकतम अनुदान राशि 80 हजार रूपए और अनुसूचित जाती या अनुसूचित जनजाति श्रेणी के किसानों को 75% की अधिकतम अनुदान राशि 1 लाख रूपए प्रदान की जाती है। इसके अलावा सामान्य श्रेणी को 40% की अधिकतम राशि 80 हजार रूपए दी जाती है।

स्रोत: कृषक जगत

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ड्रिप और स्प्रिंकलर के लिए मध्य प्रदेश के किसान 18 जुलाई तक कर सकते हैं आवेदन

Farmers of Madhya Pradesh can apply for drip and sprinkler till 18th July

मध्य प्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत सिंचाई उपकरणों (ड्रीप व स्प्रिंकलर) के लक्ष्य जारी कर दिए हैं। इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन 7 जुलाई से लिए जा रहे हैं और यह प्रक्रिया 18 जुलाई तक जारी रहेगी।

बताई गई तिथियों के दौरान आये आवेदनों में से लक्ष्यों के विरूद्ध लॉटरी दिनांक 19 जुलाई 2021 को सम्पादित की जायेगी। वहीं लॉटरी में चुने गए किसानों की सूची एवं प्रतीक्षा सूची दोपहर 12 बजे बाद https://dbt.mpdage.org पोर्टल पर प्रस्तुत कर दी जायेगी।

स्रोत: कृषक जागरण

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मध्य प्रदेश के 34 हजार किसानों को प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ मिलेगा

Pradhan Mantri Krishi Sinchai Yojana

सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत इस साल मध्यप्रदेश में 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इससे करीब 34 हजार किसान लाभान्वित होंगे। यह जानकारी उद्यानिकी राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री भारत सिंह कुशवाहा ने दी। इस विषय पर हुई बैठक में श्री कुशवाहा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पिछड़े वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के हितग्राहियों के लिए निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने पर विशेष ध्यान दें।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में फल-फूल एवं सब्जी के उत्पादन को प्रोत्साहन देने के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं में स्थानीय किसानों की मांग के अनुरूप लक्ष्य निर्धारित किए जाएं। राज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में इस वर्ष 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचित करने का लक्ष्य है। योजना में 34 हजार कृषक लाभाविन्त होंगे।

स्रोत: कृषक जगत

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