कई लाभकारी खूबियों वाली इन तीन प्याज की किस्मों का करें चयन

These three onion varieties of late kharif are suitable for sowing in nursery
  • यह प्याज़ की मुख्य तीन किस्में हैं जो सितम्बर माह में नर्सरी की तैयारी करने के लिए उपयुक्त हैं। ये तीनों हीं पछेती खरीफ की किस्म के नाम से भी जानी जाती हैं।   
  • ओनियन |  पंच गंगा | सरदार :- इस किस्म के फल का आकार ग्लोब की तरह होता है एवं रंग लाल होता है। इनकी परिपक्वन अवस्था 80 से 90 दिनों की होती है और बीज़ दर 2.5-3 किलो/एकड़ होती है। इस किस्म के प्याज की भंडारण क्षमता  5-6 माह की होती है एवं यह एक उच्च उत्पादन क्षमता वाली किस्म है। 
  • ओनियन |  पंच गंगा| सुपर :- इस किस्म के फल का आकार ग्लोब की तरह होता है एवं रंग लाल होता है। इनकी परिपक्वन अवस्था 100-110 दिनों की होती है तथा भंडारण क्षमता 2-3 माह की होती है।
  • ओनियन | प्राची |सुपर:- इस किस्म के फल का आकार अंडाकार गोल तथा रंग आकर्षक काला लाल होता है। इनकी परिपक्वन अवस्था 95-100 दिनों की होती है और बीज़ दर 2.5-3 किलो/एकड़ होती है। इस किस्म के प्याज की भंडारण क्षमता  2 माह की होती है।
Share

नर्सरी में बुआई के लिए उपयुक्त हैं पछेती खरीफ की ये तीन प्याज किस्में

These three onion varieties of late kharif are suitable for sowing in nursery
  • ओनियन | जिंदल | एडवांस | एन 53
  • ओनियन | जिंदल | नासिक  लाल | एन 53
  • ओनियन | मालव | एन 53
  • उपर्युक्त तीन नाम दरअसल प्याज़ की मुख्य तीन किस्मों की हैं जो सितम्बर माह में नर्सरी की तैयारी करने के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं।
  • ये तीनों किस्म पछेती खरीफ की किस्म के नाम से भी जानी जाती हैं। 
  • इसके फल का आकार ग्लोब की तरह होता है एवं इसका रंग ईट की तरह लाल होता है।
  • इनकी परिपक्वन अवस्था 90 से 100 दिनों की होती है।
  • इनकी बीज़ दर 3 किलो/एकड़ होती है। 
  • इन तीनों किस्म के प्याज की भंडारण क्षमता 5 से 6 माह की होती है एवं यह किस्में  थ्रिप्स तथा ब्लाइट के लिए प्रतिरोधी होती हैं।
Share