👉🏻किसान भाईयों, प्याज की नर्सरी के लिए क्यारी ऐसे स्थान पर बनानी चाहिए, जहां पर जल भराव नहीं होता हो।
👉🏻जल निकासी की उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए।
👉🏻भूमि समतल तथा उपजाऊ होनी चाहिए।
👉🏻आसपास छायादार वृक्ष नहीं होने चाहिए।
👉🏻पौध तैयार करने के लिए 3-7 मीटर लम्बी तथा 1 मीटर चौड़ी क्यारी भूमि से लगभग 15-20 सेमी ऊँची बना लेनी चाहिए। उपरोक्त आकार की 20 क्यारियाँ एक एकड़ में रोपण के लिए पर्याप्त होती हैं।
👉🏻10 किलो गोबर की खाद के साथ 25 ग्राम ट्राइकोडर्मा विरिडी (रायजो केयर) और 25 ग्राम (सीवीड, अमीनो एसिड, ह्यूमिक एसिड, मायकोरायझा) (मैक्समायको) प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से मिट्टी में समान रूप से मिला लें और 1 मीटर चौड़ाई तथा 3-7 मीटर लम्बाई के जल निकासी सुविधा के साथ ऊंची क्यारियां तैयार करें।
👉🏻बुवाई 1- 2 सेंटीमीटर की गहराई एवं 5 सेमी की दूरी पर पंक्तियों में की जानी चाहिए
👉🏻क्यारी तैयार होने के बाद बीज को फफूंदनाशक दवा जैसे– कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% WP (2.0-2.5 ग्राम प्रति किग्रा बीज) से अवश्य उपचारित कर लेना चाहिए ताकि प्रारम्भ में लगने वाली बीमारियों के प्रकोप से पौधे बच सकें।
👉🏻इस प्रकार उपचारित बीज को तैयार क्यारियों में बुआई करें।
👉🏻बीज बोने के तुरंत बाद क्यारी में फव्वारे या हजारे से हल्की सिंचाई करना चाहिए तथा इसके बाद एक दिन के अंतराल पर सिंचाई करते रहना चाहिए।
👉🏻इस तरह से डाली गई नर्सरी लगभग 35-40 दिन में रोपाई के लिए तैयार हो जाती है।
Shareमहत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।