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गेहूँ की फसल में अच्छी वानस्पतिक वृद्धि एवं विकास के लिए बुवाई के 20-25 दिन बाद या पहली सिंचाई के साथ पोषण प्रबंधन करना अनिवार्य है।
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इस समय फसल में यूरिया 40 किलो + सल्फर 5 किलो + जिंक सल्फेट 5 किलो + सूक्ष्म पोषक मिश्रण 5 किलो प्रति एकड़ की दर से मिट्टी में मिलाएं और सिंचाई कर दें।
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पर्णीय छिड़काव प्रबंधन के लिए जिब्रेलिक अम्ल 300 मिली या अमीनो अम्ल 250 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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जल घुलनशील उर्वरक छिड़काव में 19:19:19 या 20:20:20 @ 1 किलो प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करने से फसल को अच्छा वानस्पतिक विकास मिलता है।
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या इस समय ग्रामोफ़ोन स्पेशल गेहूँ फर्टी किट का उपयोग भी कर सकते हैं, जिसमे उपरोक्त सभी पोषक तत्व एक ही किट में उपलब्ध हो जाते हैं, इसे 40 किलोग्राम यूरिया के साथ अच्छी तरह से मिलाकर भुरभुरा करके समान रूप से खेत में मिलाकर सिंचाई करें।
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