तरबूज में ड्रिप सिंचाई प्रणाली द्वारा ऐसे करें पोषक तत्व प्रबंधन

Nutrient management by drip irrigation system in watermelon
  • किसान भाइयों तरबूज की फसल में ड्रिप सिंचाई प्रणाली में पानी के साथ – साथ उर्वरक, कीटनाशक एवं अन्य घुलनशील रासायनों को सीधे पौधों की जड़ों तक पहुंचाया जाता है। 

  • परंपरागत विधि की तुलना में इसमें पानी के साथ रासायनिक उर्वरकों की भी अधिक मात्रा में बचत होती है एवं रसायन और उर्वरकों का उपयोग होता है।

  • जिन किसान के पास ड्रिप सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है वह निम्न उत्पादों का उपयोग कर पोषक तत्व प्रबंधन कर सकते हैं –  

  • तरबूज की बुवाई के बाद दसवें दिन तक प्रति दिन यूरिया 2 किग्रा + 19:19:19 @ 3 किग्रा + 13:00:45 @ 1 किग्रा प्रति एकड़ की दर से ड्रिप में चलाएं। 

  • तरबूज बुवाई के ग्यारवें दिन से पच्चीसवें दिन तक प्रति दिन यूरिया 1 किग्रा + 19:19:19 @ 3 किग्रा + 0:52:34 @ 1 किग्रा + 13:00:45 @ 2 किग्रा + मैग्नीशियम सल्फेट 0.35 किग्रा प्रति एकड़ की दर से ड्रिप में चलाएं। 

  • तरबूज बुवाई के छब्बीसवें दिन से पचहत्तरवें दिन तक प्रति दिन 19:19:19 @ 1 किग्रा + 00:00:50 @ 1 किग्रा +  0:52:34 @ 0.5 किग्रा + 13:00:45 @ 1 किग्रा प्रति एकड़ की दर से ड्रिप में चलाएं। 

  • ध्यान रहे उपयुक्त उर्वरकों को मिलाए बिना अलग अलग उपयोग करें।

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