-
कंद वर्गीय फसल होने की वजह से लहसुन की फसल में पोषण प्रबंधन एवं रोग प्रबंधन करना बहुत आवश्यक होता है।
-
इस समय फसल प्रबंधन करने से लहसुन की फसल में कवक जनित रोगों जैसे जड़ गलन, तना गलन, पीलापन आदि से फसल की सुरक्षा की जा सकती है। इसके लिए हेक्साकोनाज़ोल 5% SC @ 400 मिली/एकड़ या कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63%@ 300 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
-
लहसुन की फसल में लगने वाले कीटो से फसल की रक्षा करने के लिए लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 4.9% CS 250 मिली/एकड़ या जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
-
लहसुन की फसल की एक समान वृद्धि के लिए जल घुलनशील उर्वरक 19:19:19 या 20:20:20 @ 1 किलो प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। अच्छे परिणाम के लिए छिड़काव के साथ स्टिकर 5 मिली प्रति टैंक की दर से मिलाएं।
Shareअपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।