सरसों की इन किस्मों को लगाएं जबरदस्त उत्पादन पाएं

सरसों की फसल से भरपूर उत्पादन पाने के लिए उन्नत किस्मों का चयन करना बहुत ही जरूरी है। इस लेख में सरसों की किस्मों को अलग-अलग परिस्थितियों में अच्छी पैदावार देने की क्षमता के अनुसार वर्णित किया गया है। इन किस्मों की औसत उपज, तेल की मात्रा, परिपक्वता अवधि आदि के लिए इन उन्नत किस्मों का उपयोग कर बढ़िया पैदावार प्राप्त की जा सकती है। किसान भाई अपनी मिट्टी की किस्म, सिंचाई की उपलब्धता और बुवाई के समय के आधार पर उपयुक्त किस्मों का चयन कर सकते हैं। 

किस्म का नाम – पायनियर 45 एस 46  

  • अवधि – 125-130 दिन

  • दाने का रंग – काला 

  • विशेषताएँ- मोटे दाने और बेहतर तेल प्रतिशत के साथ उच्च उपज देने वाली मध्यम परिपक्वता वाली संकर किस्म है।

किस्म का नाम – पायनियर 45 एस 35

  • अवधि – 115-125 दिन

  • दाने का रंग – काला 

  • विशेषताए – आकर्षक ग्रेन कलर के साथ अधिक उपज देने वाला मध्यम परिपक्वता वाली संकर किस्म है।

किस्म का नाम – पायनियर 45 एस 42

  • अवधि – 120-130 दिन

  • दाने का रंग – काला 

  • विशेषताएँ- मोटे दाने और उच्च फली घनत्व  वाली संकर किस्म है।

किस्म का नाम- प्रोएग्रो 5210

  • अवधि- 130-135 दिन

  • दाने का रंग- काला 

  • उपज- 13-15 क्विंटल/एकड़

  • विशेषताएँ- सफेद रस्ट के खिलाफ उच्च सहनशीलता

किस्म का नाम- प्रोएग्रो 5222

  • अवधि- 125-130 दिन

  • दाने का रंग- काला 

  • उपज- 12-15 क्विंटल/एकड़

  • विशेषताएँ- मोटे दाने एवं तेल की मात्रा 41-42%

किस्म का नाम- माहिको बोल्ड प्लस

  • अवधि- 130-135 दिन

  • दाने का रंग- काला 

  • उपज– 12-15 क्विंटल/एकड़

  • विशेषताएँ- अधिक फली साथ ही पूरी दाने से भरी हुई। 

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