- बीज उपचार करने से बीज जनित तथा मिट्टी जनित बीमारियों को आसानी से नियंत्रित कर फसल के अंकुरण को भी बढ़ाया जा सकता है।
- बीज उपचार के तौर पर कार्बोक्सिन 37.5% + थायरम 37.5% @ 2.5 ग्राम/किलो बीज की दर से मिट्टी में पायी जाने वाली हानिकारक कवकों के नियंत्रण के लिए उपयोग करें।
- इसके जैविक उपचार के लिए ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 5-10 ग्राम/किलो बीज की दर से बीज उपचार करें। या
- जैविक उपचार के लिए सूडोमोनास फ्लोरोसेंस 5-10 ग्राम/किलो बीज की दर से बीज उपचार करें।
मूंग की फसल में फली छेदक (इल्ली) नियंत्रण के साथ दानों का आकार कैसे बढ़ाएं?
मूंग की फसल को फली छेदक (इल्ली) के कारण नुकसान हो सकता है अतः इसका नियंत्रण करें। इसके नियंत्रण के साथ दानों का आकार बढ़ाने के लिए इन उपायों को अपनाएं?
- यह इल्ली हरे-भूरे रंग की दिखाई देती है, और इसके शरीर पर गहरे भूरे रंग की धारियाँ होती है।
- फली छेदक (इल्ली) का सिर फली में अंदर घुसा रहता जो फली में छेद कर नुकसान पहुँचाता है।
- इल्ली नियंत्रण हेतु क्लोरट्रानिलीप्रोल 18.5 SC 60 मिली/एकड़ 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। या
- कीट रोकथाम के लिए इमामेक्टीन बेंजोएट 5% SG @100 ग्राम + बिवेरिया बेसियाना 250 ग्राम प्रति एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
- दानों का आकार बढ़ाने के लिए 1 किलो सल्फर ऑफ पोटाश-0:0:50 उर्वरक इस छिड़काव के साथ मिलाकर उपयोग करें।
मूंग समृद्धि किट में पाए जाने वाले उत्पादों की उपयोगिता
ग्रामोफोन के इस बहुउपयोगी मूंग समृद्धि किट में निम्न उत्पाद है
- इंक्रील: यह उत्पाद समुद्री शैवाल, अमीनो एसिड जैसी प्राकृतिक रूप से उपलब्ध तत्वों का संयोजन है। यह जड़ों के विकास तथा प्रकाश संश्लेषण को बढाकर फसल का बेहतर विकास करता है।
- ट्राइको शील्ड कॉम्बैट: इस उत्पाद में ट्राइकोडर्मा विरिडी है जो मिट्टी में पाए जाने वाले अधिकांश हानिकारक कवकों की रोकथाम में सक्षम है। जिससे फसल में लगने वाले जड़ सड़न, उकठा, आद्र गलन जैसे रोगों से रक्षा होती है।
- कॉम्बिमेक्स: यह उत्पाद दो अलग अलग प्रकार के सूक्ष्म जीवाणु का मिश्रण है जो मूँग की फसल के लिए आवश्यक तत्व पोटाश एवं फास्फोरस की उपलब्धता को बढ़ाने में मदद करता है एवं फसल के उत्पादन को बढ़ाने में सहायक है।
- जय वाटिका राइज़ोबियम: यह बैक्टीरिया दलहनी फ़सलों की जड़ों में गांठे बनाता है जिससे वायुमंडल में उपस्थित नाइट्रोजन स्थिर कर फ़सलों को उपलब्ध अवस्था में मिलता है।
मूंग समृद्धि किट के इस्तेमाल को लेकर किसानों के अनुभवों को जानने के लिए यह वीडियो देखे-
Shareग्रामोफ़ोन मूंग समृद्धि किट के संग करें मूंग की उन्नत खेती
- मूंग समृद्धि किट में सम्मिलित सभी उत्पाद जैविक होने के कारण पर्यावरण को नुकसान पहुंचाये बिना मिट्टी की संरचना को सुधारते हैं।
- यह किट मिट्टी में उपस्थित लाभकारी जीवों की संख्या और पौधों के पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ाने का कार्य करते हैं।
- मूंग समृद्धि किट से हानिकारक कवकों को नष्ट करने और जड़ों के विकास आदि जैसे महत्वपूर्ण कार्य को करने में बहुत मदद करते हैं।
- यह किट फसल में लगने वाले जड़ सड़न, उकठा, आद्र गलन जैसे रोगों से रक्षा करता है।
- यह किट जड़ों में राइजोबियम बढाकर नाइट्रोजन स्थिरीकरण करता है।
मूंग समृद्धि किट के इस्तेमाल को लेकर किसानों के अनुभवों को जानने के लिए यह वीडियो देखे-
Shareमूंग की फसल हेतु भूमि की तैयारी के लिए ग्रामोफ़ोन लेकर आया है ‘मूंग समृद्धि किट’
- इस किट में वो सभी आवश्यक तत्व शामिल किये गए हैं जो की मूंग की फसल से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए आवश्यक होते हैं।
- इस ‘मूंग समृद्धि किट’ में कई प्रकार के लाभकारी जीवाणु मौजूद रहते हैं।
- इन जीवाणुओं में पोटाश एवं फॉस्फोरस के बैक्टीरिया, ट्रायकोडर्मा विरिडी, हुमीक सीवीड एवं राइजोबियम बैक्टीरिया प्रमुख हैं।
- इन सभी सूक्ष्म जीवाणुओं को मिलाकर यह किट तैयार की गयी है ।
- इस किट का कुल वज़न 6 किलो है जिसका प्रति एक एकड़ की दर से उपयोग किया जाता है।