मूंग की फसल में फली छेदक (इल्ली) नियंत्रण के साथ दानों का आकार कैसे बढ़ाएं?

मूंग की फसल को फली छेदक (इल्ली) के कारण नुकसान हो सकता है अतः इसका नियंत्रण करें। इसके नियंत्रण के साथ दानों का आकार बढ़ाने के लिए इन उपायों को अपनाएं?

  • यह इल्ली हरे-भूरे रंग की दिखाई देती है, और इसके शरीर पर गहरे भूरे रंग की धारियाँ होती है।
  • फली छेदक (इल्ली) का सिर फली में अंदर घुसा रहता जो फली में छेद कर नुकसान पहुँचाता है।
  • इल्ली नियंत्रण हेतु क्लोरट्रानिलीप्रोल 18.5 SC 60 मिली/एकड़ 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। या
  • कीट रोकथाम के लिए इमामेक्टीन बेंजोएट 5% SG @100 ग्राम + बिवेरिया बेसियाना 250 ग्राम प्रति एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
  • दानों का आकार बढ़ाने के लिए 1 किलो सल्फर ऑफ पोटाश-0:0:50 उर्वरक इस छिड़काव के साथ मिलाकर उपयोग करें।
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मूंग की खेती: फसल वृद्धि तथा रस चूसक कीट एवं अन्य बीमारियों से बचाव के उपाय

Information of improved varieties of Moong bean
  • कवक जनित रोगों से बचाव हेतु कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% WP @ 300 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • रसचूसक कीट से बचाव हेतु 100 ग्राम थायोमेथोक्सोम 25% WG या 100 ग्राम एसिटामिप्रिड 20% SP प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • फसल की अच्छी बढ़वार हेतु 100 ग्राम वीम-95 (पोटैशियम ह्यूमेट 90% + फ्लूविक एसिड 10 %) या 400 मिली धनजाइम गोल्ड (समुंद्री शैवाल) या 400 मिली होशी अल्ट्रा (जिबरेलिक एसिड 0.001%) प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • ऊपर के तीनों उत्पाद (फफूंदनाशी, कीटनाशी और वृद्धि नियामक) तथा 1 किलो NPK 19:19:19 को प्रति एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
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