देश में अधिकतर किसान खेती के साथ ही पशुपालन व्यवसाय भी करते हैं। पशुपालन के जरिए किसानों को कम लागत में बढ़िया मुनाफा प्राप्त होता है। ऐसे में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इस व्यवसाय से लाभ प्राप्त कर सकें।
इस कड़ी में पशुपालन के लिए राज्य सरकारों की ओर से अपने-अपने स्तर पर अनुदान दिया जा रहा है। जिनकी मदद से ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के ईलाज और टीकाकरण के लिए पशु चिकित्सालयों की स्थापनाएं की जा रही हैं। हालांकि इतने प्रयासों के बाद भी कई बार समय पर ईलाज न मिलने की वजह से पशुओं की मौत हो जाती है।
इस समस्या से निपटने के लिए देशभर में सुदृढ़ीकरण योजना के तहत चलित पशु चिकित्सा इकाई की स्थापना की जा रही है, ताकि वाहनों की मदद से समय पर पहुंचकर पशुओं का ईलाज किया जा सके। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य में 406 चलित पशु चिकित्सा इकाई की शुरूआत कर दी है। इसकी मदद से सही वक्त पर घर बैठे या फिर रास्ते में पशुओं का इलाज किया जा सकेगा।
योजना के अंतर्गत वाहनों में पशु चिकित्सा, लघु शल्य चिकित्सा, कृत्रिम गर्भाधान, रोग अन्वेषण से संबंधित जैसे आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही वाहन में एक पशु चिकित्सक, एक पैरावेट और एक वाहन चालक सह-सहायक की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा चलित पशु चिकित्सा इकाई में कॉल सेंटर भी स्थापित किया गया है। इसकी मदद से पशुओं का सही समय पर ईलाज मिल सकेगा।
स्रोत: आज तक
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