जैविक कीटनाशक मेट्राजियम ऐनआइसोफिलि के द्वारा मिट्टी उपचार एवं इसके फायदे

Soil treatment and its benefits with the biological insecticide METARHIZIUM ANISOPLIAE
  • मेट्राजियम ऐनआइसोफिलि एक बहुत ही उपयोगी जैविक फफूंदी है। 

  • सफेद ग्रब, दीमक, ग्रासहोपर, प्लांट होपर, वुली एफिड, बग और बीटल आदि के करीब 300 कीट प्रजातियों को नियंत्रित करने के लिए इसका उपयोग मिट्टी उपचार के रूप में किया जाता है।

  • इसका उपयोग 1 किलो/एकड़ की दर से 50 -100 किलो पकी हुई गोबर की खाद में मिलाकर बुआई से पहले खेत में भुरकाव करें।

  • इस फफूंदी के स्पोर पर्याप्त नमी में कीट के शरीर पर अंकुरित हो जाते हैं। 

  • यह फफूंदी परपोषी कीट के शरीर को खा जाती है। 

  • इसका उपयोग खड़ी फसल में छिड़काव के रूप भी किया जा सकता है। 

  • इसके उपयोग के पूर्व खेत में आवश्यक नमी का होना बहुत आवश्यक है।

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खेती में मेट्राजियम एनीसोपली अपनाएं, कीटों से छुटकारा पाएं

👉🏻मेटारीजियम एनीसोपली एक बहुत ही उपयोगी जैविक फफूंद है। 

👉🏻इसका उपयोग सफेद गोजालट, दीमक, टिड्डा, पौध फुदका, वुली एफिड, बग और बीटल आदि के करीब 300 कीट प्रजातियों के विरुद्ध किया जाता है।

👉🏻इसके उपयोग के पूर्व खेत में आवश्यक नमी का होना बहुत आवश्यक है।  

👉🏻इस फफूंदी के स्पोर पर्याप्त नमी में कीट के शरीर पर अंकुरित हो जाते हैं। 

👉🏻यह फफूंदी परपोषी कीट के शरीर को खा जाती है। 

👉🏻इसका उपयोग गोबर की खाद के साथ मिलाकर मिट्टी उपचार में किया जाता है। 

👉🏻इसका उपयोग खड़ी फसल में छिड़काव के रूप भी किया जा सकता है।

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मेटारीजियम कल्चर का कृषि में महत्व

Importance of Metarhizium Culture in Agriculture
  • मेटारीजियम एनीसोपली एक बहुत ही उपयोगी जैविक फफूंदी है। 
  • इसका उपयोग सफेद ग्रब, दीमक, ग्रासहोपर, प्लांट होपर, वुली एफिड, बग और बीटल आदि के करीब 300 कीट प्रजातियों के विरुद्ध किया जाता है।
  • इसके उपयोग के पूर्व खेत में आवश्यक नमी का होना बहुत आवश्यक है।  
  • इस फफूंदी के स्पोर पर्याप्त नमी में कीट के शरीर पर अंकुरित हो जाते हैं। 
  • यह फफूंदी परपोषी कीट के शरीर को खा जाती है। 
  • इसका उपयोग गोबर की खाद के साथ मिलाकर मिट्टी उपचार में किया जाता है। 
  • इसका उपयोग खड़ी फसल में छिड़काव के रूप भी किया जा सकता है।
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