औषधीय गुणों से भरपूर कुल्फा की खेती से करें बढ़िया कमाई

कुल्फा पौध के बारे में कम ही लोग जानते होंगे। इस पौधे का उपयोग औषधी के रूप में किया जाता है। इस बात का पता न होने की वजह से अब तक किसान इसे खरपतवार समझते आ रहे थे। हालांकि कुल्फा के औषधीय गुणों का पता चलते ही अब इसकी खेती व्यवसायिक तौर पर की जाने लगी है। 

औषधीय गुणों का खजाना

कुल्फा को औषधीय पौधों की सूची में रखा गया है। विशेषज्ञों के अनुसार इसकी पत्ती व फल में एंटीऑक्सीडेंट्स और कैरेटिनाइड्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो कि शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इस कारण चिकित्सा के क्षेत्र में इसकी काफी मांग है। ऐसे में कुल्फा की खेती के ज़रिए बढ़िया कमाई की जा सकती है।

खेती के लिए सही मिट्टी और मौसम का चुनाव

कुल्फा की खेती किसी भी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। जुलाई और अगस्त यानी मॉनसून सीजन में इसकी खेती करना बढ़िया रहता है। बता दें कि इसकी खेती के लिए गर्म जलवायु सबसे ज्यादा अनुकूल माना जाता है, क्योंकि ठंडे मौसम में इसके पौधे मर जाते हैं। 

खेती की बात करें तो बीज रोपण के 4 से 6 हफ्ते के बाद इसकी फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है। औषधीय गुणों की खान होने की वजह से कुल्फा की बाजार में बढ़िया दामों पर बिक्री हो जाती है। वहीं दूसरी ओर औषधी बनाने वाली कंपनियां इसके फल और पत्तियों को किसानों से हाथों-हाथ खरीद लेते हैं। ऐसे में कम समय में किसानों को बढ़िया मुनाफा प्राप्त हो जाता है।

स्रोत : आज तक

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share