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फसल एवं मिट्टी में अधिक नमी एवं तापमान के परिवर्तन के कारण जीवाणु जनित रोगों के प्रकोप का खतरा अधिक होता है।
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इन रोगों में ब्लैक रॉट, स्टेम रॉट, जीवाणु धब्बा रोग, पत्ती धब्बा रोग, उकठा रोग आदि प्रमुख हैं।
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इन रोगों में से कुछ रोग मिट्टी जनित होते हैं जो फसल के साथ-साथ मिट्टी को भी संक्रमित करके नुकसान पहुंचाते हैं।
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फसलों के उत्पादन पर रोगों के कारण बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है एवं मिट्टी का pH भी इन जीवाणु जनित रोगों के कारण असंतुलित हो जाता है।
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इन रोगों के निवारण के लिए बुवाई पूर्व मिट्टी उपचार, बीज़ उपचार करना बहुत आवश्यक होता है।
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बुवाई के 15-25 दिनों के अंदर एक छिड़काव जीवाणु जनित रोग प्रबंधन के लिए करना लाभदायक रहता है।
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