गेहूँ में बालियां निकलते समय जरूर करें ये आवश्यक छिड़काव

In wheat crops necessary spraying management at the time of earhead emergence
  • किसान भाइयों गेहूँ की फसल में 60 -90 दिनों की अवस्था बाली निकलने एवं बालियों में दाना भरने की होती है।

  • इस अवस्था में गेहूँ की फसल में पोषक तत्व प्रबंधन करना बहुत ही आवश्यक होता है।

  • फसल की अच्छी वृद्धि एवं बालियां बनने के लिए होमोब्रासिनोलाइड 0.04% @ 100 मिली + 00:52:34 @ 1 किलो प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें एवं 10 – 15 दिन बाद बालियों में अच्छा दाना भरने के लिए 00:00:50 @ 1 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।  

  • किसान भाई 00:52:34 के बदले मेजरसोल 500 ग्राम प्रति एकड़ का छिड़काव करें। 

  • बालियाँ निकलने की अवस्था में गेहूँ की फसल में फफूंदी जनित रोगों का प्रकोप अधिक होने की संभावना होती है। इसके लिए हेक्साकोनाज़ोल 5% एससी @ 400 मिली/एकड़ एवं 7-10 दिन बाद प्रोपिकोनाजोल 25% ईसी @ 200 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।  

  • जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम प्रति एकड़ की दर से उपयोग करें। 

  • इस समय इल्लीयों (सूंडी) का प्रकोप दिखाई देने पर इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी @ 100 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।

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