फसल के अच्छे उत्पादन के लिए जिंक तत्व होता है बेहद महत्वपूर्ण

Importance of Zinc or good crop production
  • फसल से जबरदस्त उपज प्राप्त करने में जिन तत्वों की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है उनमे सबसे प्रमुख तत्व है जिंक।

  • भारत में उपज की कमी के लिए चौथा सबसे महत्वपूर्ण तत्व भी जिनक को हीं माना जाता हैं और इसकी कमी से उपज में भारी कमी आती है।

  • आपको बता दें की ज़िंक फसलों के लिए आठ आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों में से एक है।

  • इसकी कमी से फसल की पैदावार और गुणवत्ता बहुत हद तक प्रभावित होती है और फसल की उपज में 20% तक की कमी आ जाती है।

  • जिंक पौधे के विकास के लिए अहम होता है, यह पौधों में, कई एंजाइमों और प्रोटीनों के संश्लेण में प्रमुख भूमिका निभाता है।

  • इसके साथ साथ ज़िंक ग्रोथ हार्मोन के निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है जिसके परिणाम स्वरूप इंटरनोड का आकार बढ़ता है।

  • इसकी कमी प्रायः क्षारीय और पथरीली मिट्टी में उगाई गई फसलों में होती है।

  • इसकी कमी के कारण नई पत्तियाँ छोटे आकार की एवं शिराओं के मध्य का हिस्सा चितकबरे रंग का हो जाता है।

  • इसकी कमी को दूर करने के लिए भूमि में “जिंक सल्फेट” 20 किलो ग्राम प्रति एकड़ की दर से प्रयोग कर के इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।

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