फ़सलों में पोटाश का महत्व

Importance of Potash in Crops
  • अच्छी फसल उत्पादन के लिए पोटाश एक आवश्यक पोषक तत्व होता है।

  • पोटाश की संतुलित मात्रा फसल में बहुत प्रकार की प्रतिकूल परिस्थिति जैसे बीमारियां, कीट, रोग, पोषण की कमी आदि के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

  • यह दानों में चमक लाने तथा वज़न बढ़ाने में साहयक होता है एवं उपज की गुणवत्ता भी इससे बढ़ती है।

  • पोटाश के द्वारा फसल में अच्छा जड़ विकास एवं मज़बूत तना विकास होता है जिसके फलस्वरूप फसल मिट्टी में अपनी पकड़ अच्छी तरह से बना लेती है।

  • पोटाश की संतुलित मात्रा मिट्टी की जल धारण क्षमता का विकास करती है।

  • पोटाश फसलों की पैदावार एवं गुणवत्ता बढ़ाने वाला तत्व है।

  • इसकी कमी से फसल का विकास रुक जाता है और पत्तियो का रंग गहरा नहीं हो पाता है।

  • पोटाश की कमी से फसल की पुरानी पत्तियां किनारे से पीली पड़ जाती है एवं पत्तियों के ऊतक मर जाते हैं, बाद में पत्तियां सूख जाती हैं।

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फ़सलों में पोटाश का महत्व

Importance of Potash in Crops
  • अच्छी फसल उत्पादन के लिए पोटाश एक आवश्यक पोषक तत्व माना जाता है।
  • पोटाश की संतुलित मात्रा फसल में बहुत तरह की प्रतिकूल परिस्थितियों जैसे बीमारियां, कीट, रोग, पोषण की कमी आदि के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  • पोटाश के द्वारा फसल में अच्छा जड़ विकास एवं मज़बूत तना विकास होता है जिसके फलस्वरूप फसल मिट्टी में अपनी पकड़ अच्छी तरह बना लेती है।
  • पोटाश की संतुलित मात्रा मिट्टी की जल धारण क्षमता का विकास करती है।
  • पोटाश फसलों की पैदावार एवं गुणवत्ता बढ़ाने वाला तत्व है।
  • इसकी कमी से फसल का विकास रुक जाता है।
  • इसकी वजह से ही पत्तियों का रंग गहरा हो जाता है।
  • पोटाश की कमी से फसल की पुरानी पत्तियां किनारे से पीली पड़ जाती हैं एवं पत्तियों के ऊतक मर जाते हैं और बाद में पत्तियां सूख जाती हैं।
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