लौकी की फसल में डाउनी मिल्ड्यू रोग की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय

Identification and control of downy mildew disease in bottle gourd crop

लौकी के पौधे में डाउनी मिल्ड्यू की समस्या पानी की अनियमितता और जमीन में नमी की मात्रा के कारण होता है। डाउनी मिल्ड्यू लौकी के पौधे में होने वाला एक गंभीर रोग है, जो स्यूडो पेरोनोस्पोरा क्यूबेंसिस नामक कवक के कारण होता है। यह रोग पौधों को किसी भी अवस्था में प्रभावित कर सकता है। इस रोग में पत्तियों पर भूरे व पीले रंग के धब्बे दिखाई देते हैं जो बाद में पत्तियों की शिराओं तक फैल जाते हैं जिससे पत्तियां पीली होकर गिर जाती हैं।

नियंत्रण: इस रोग की रोकथाम के लिए पौधे को अधिक पानी देने से बचाएं। पौधे में पानी देते समय पत्तियों को गीला करने से बचें एवं लक्षण दिखाई देने पर जटायु (क्लोरोथॅलोनिल 75% डब्लूपी) @ 200 ग्राम प्रति एकड़ या नोवाक्सील  (मेटालैक्सिल 8% + मैंकोजेब 64% डब्लूपी) @ 800 – 1000 ग्राम प्रति एकड़ के दर से 150 से 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

कृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करना ना भूलें।

Share