मिट्टी उपचार के द्वारा उकठा रोग का प्रबंधन कैसे करें

How to manage wilt disease with help of soil treatment
  • यह एक जीवाणु एवं कवक जनित रोग है जो फसल को सब से ज्यादा नुकसान पहुँचाते हैं।
  • इसे अंग्रेजी में बैक्टीरियल विल्ट कहते हैं और इसके संक्रमण के लक्षण संक्रमित पौधों के सभी भागों पर देखे जा सकते हैं।
  • इसके कारण पत्तियां पीली हो जाती हैं, पौधा सूखने लगता है और आखिर में मर जाता है।
  • इसके कारण फसल गोल घेरे में सूखना शुरू हो जाती है।
  • इस रोग के निवारण के लिए मिट्टी उपचार सबसे कारगर उपाय है।
  • जैविक उपचार के रूप मायकोराइजा @ 4 किलो/एकड़ या ट्राइकोडर्मा विरिडी@ 1 किलो/एकड़ की दर से मिट्टी उपचार करें।
  • ट्राइकोडर्मा विरिडी@ 5 ग्राम/किलो बीज़ या स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 5 ग्राम/ किलो बीज़ की दर से बीज़ उपचार करें।
  • स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव के रूप में उपयोग करें।
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