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फसलों का व्यापार करने वाले व्यापारियों को फसलों के स्रोत पता करने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। सुदूर गांवों में रहने वाले किसान हों या अलग अलग क्षेत्रों में रहने वाले अन्य विक्रेता हों, इन सबों तक अपनी पहुंच बनाने, फसल की क्वालिटी और भाव बगैरह पर बात करने में और आखिर में सौदा तय करने में काफी समय और मेहनत लगता है। इस कार्य में खर्च भी बहुत ज्यादा हो जाता है। पर अब ग्रामोफ़ोन एप के ग्राम व्यापार पर व्यापारी ये काम बड़ी आसानी से घर बैठे ही कर रहे हैं। इन्हीं व्यापारियों में से एक हैं रतलाम जिले के अशोक कुमार पाटीदार जो पिछले कई महीने से ग्राम व्यापार से फसलों का व्यापार कर रहे हैं।
अशोक कुमार पाटीदार ने ग्राम व्यापार से फसलों के व्यापार के अपने अनुभवों के बारे में बात करते हुए कहा की “मैं पिछले 10 वर्षों कई सारे फसलों का व्यापार कर रहा हूँ पर इस दौरान मुझे अपने व्यापार को बढ़ाने का कोई बड़ा प्लेटफॉर्म नहीं मिला था। कुछ महीने पहले मुझे ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार के रूप में एक बड़ा प्लेटफॉर्म मिला। ग्राम व्यापार पर मुझसे कई व्यापारी और बहुत सारे किसान मुझे मिल गए। इससे अब मैं अपना व्यापार देश के कई दूसरे राज्यों में भी आसानी से कर पा रहा हूँ।”
उन्होंने आगे कहा की “ग्राम व्यापार से जो किसान मुझे मिले उनके फसलों को मैंने खरीदा, इससे किसानों को भी लाभ हुआ और मुझे भी लाभ हुआ। ग्राम व्यापार ने किसानों को मंडियों में जानें और व्यापारियों के चक्कर काटने में होने वाली परेशानी को दूर कर दिया है। अब किसान घर बैठे हम जैसे व्यापारियों से सम्पर्क कर सौदा तय कर लेते हैं।”
अशोक जी ने कहा की ग्राम व्यापार से उन्होंने पिछले एक महीने में इतना व्यापार किया जितना कभी कभी छह महीने में भी नहीं हो पाता था। उन्होंने बताया की व्यापार से जुड़े जो काम करने में पहले 2 दिन लग जाते थे अब वो काम कुछ घंटों में हो जाते हैं।
ग्राम व्यापार ने फसलों के व्यापार को आधुनिक बनाना शुरू कर दिया है। वैसे अभी तो यह बस एक शुरुआत भर है, आने वाले महीनों में ऐसी उम्मीद है की ‘ग्राम व्यापार’ से फसलों का व्यापार पूरी तरह से बदल जाएगा और किसानों के साथ साथ व्यापारियों के भी खुशहाली की वजह बनेगा।
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