4 लाख रूपए की सब्सिडी पर शुरू करें बकरी पालन

Get a loan on a huge subsidy from bank for goat farming

ग्रामीण इलाकों में लोगों के बीच बकरी पालन सबसे ज्यादा लोकप्रिय व्यवसाय है। इस व्यवसाय से लोगों को कम लागत में दूध और मांस के जरिए बढ़िया मुनाफा प्राप्त होता है। वहीं इनके पालन में भी ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारें भी कई योजनाओं के माध्यम से बकरी पालन को बढ़ावा दे रही हैं। इसी कड़ी में नाबार्ड द्वारा बकरी पालन के लिए 2 लाख 50 हजार रूपए का अनुदान दिया जा रहा है। इसके अलावा कुछ भारतीय बैंक भी हैं, जो बकरी पालन पर 4 लाख रूपए तक का अनुदान दे रही हैं, ताकि किसान और पशुपालकों की आर्थिक मदद की जा सके।

योजना के तहत बकरी पालन के लिये ऋण लेने वाले किसानों और पशुपालकों को हर वर्ष 11.20% की दर से ऋण का भुगतान करना होता है।  बता दें कि यह सुविधा सिर्फ अच्छी नस्ल की बकरियों के पालन के लिए ही दी जा रही है, जिसकी मदद से 10 बकरियों का फार्म शुरु किया जा सकता है। 

नाबार्ड के अंतर्गत अनुसूचित, जाति एवं अनुसूचित जनजाति के साथ बीपीएल श्रेणी के किसान और पशुपालकों को 33% तक सब्सिडी देने का प्रावधान है। वहीं ओबीसी श्रेणी के लिए अधिकतम 25% सब्सिडी दी जा रही है। बता दें कि ये सुविधा नाबार्ड से जुड़ी वाणिज्यिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, राज्य सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक एवं राज्य सहकारी बैंक सहित शहरी बैंकों आदि संस्थाओं द्वारा प्रदान की जा रही हैं। ऐसे में अगर आप भी बकरी पालन करने की सोच रहे हैं तो, जल्द सरकार की इस लाभकारी योजना का लाभ उठाएं।

स्रोत: एबीपी

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

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ये छोटे कद की बकरी है दूध उत्पादन में सबसे आगे, जानें इसकी विशेषताएं

ग्रामीण इलाकों में लोगों के बीच बकरी पालन सबसे ज्यादा लोकप्रिय व्यवसाय है। इस व्यवसाय से लोगों को कम लागत में दूध और मांस के जरिए बढ़िया मुनाफा मिलता है। केंद्र और राज्य सरकारें भी योजनाओं के माध्यम से बकरी पालन को बढ़ावा दे रही हैं। हालांकि बकरी पालन शुरू करने से पहले बकरी की सही नस्ल चुनना जरूरी है।

अगर आप बकरी पालन करने की सोच रहे हैं तो, नाइजीरियाई ड्वार्फ बहुत बढ़िया विकल्प है। इस नस्ल की बकरियों की प्रजनन क्षमता सबसे अच्छी होती है। ये औसतन 2 से 4 बच्चों को जन्म देती हैं। ये तकरीबन 6 से 7 महीने में पूर्ण विकसित होकर दूध देने के लिए तैयार हो जाते हैं। इसके साथ ही इन बकरियों का पालन करना भी बेहद आसान होता है। शारीरिक तौर पर मजबूत इन ड्वार्फ बकरियों को ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है।

कम लागत में पाएं बढ़िया कमाई

छोटे कद की ये बकरियां अन्य दूसरी नस्ल से कई गुना बेहतर होती हैं। ये मांस और दूध उत्पादन के लिए सबसे बढ़िया नस्ल मानी जाती हैं। इसके अलावा नाइजीरियाई ड्वार्फ का मांस बाजार में अच्छी कीमतों पर बिकता है। ऐसे में इनका पालन कर हर महीने बंपर कमाई की जा सकती है।

स्रोत : आज तक

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