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रबी सीजन की शुरूआत के साथ ही ग्रामोफ़ोन गेहूं की दो उन्नत किस्म लेकर आया है। ‘नया सीजन के नया धमाल’ के रूप में गेहूं के हाई क़्वालिटी रिसर्च बीज GK-10 और GK-44 लॉन्च किए गए हैं। इन दोनों किस्मों के इस्तेमाल से कम लागत में बंपर उपज प्राप्त की जा सकती है। तो चलिए इस लेख के माध्यम से GK-10 और GK-44 गेहूं बीज की विशेषताओं के बारे में जानते हैं।
GK-10 की खूबियां
यह एक हाई क़्वालिटी रिसर्च बीज है। GK-10 का 30 से 35 किलो/एकड़ की दर से उपयोग करके 30 क्विंटल/एकड़ तक उपज प्राप्त की जा सकती है। इसकी फसल को सिर्फ 5 से 6 बार की सिंचाई की आवश्यकता होती है। दो से ढ़ाई फीट की कम ऊंचाई वाले इन पौधौं से आकर्षक दाने प्राप्त होते हैं। इसकी कुल फसल अविध 130 से 140 दिन की होती है।
GK-44 की खूबियां
GK-44 शरबती गेहूं की जैसी ही एक किस्म है, जो कि सबसे सर्वोत्तम आहार है। इन बीजों का 40 किलो/एकड़ की दर से प्रयोग करके 25 क़्विंटल/एकड़ की उपज प्राप्त की जा सकती है। इस फसल को सिर्फ 3 बार की सिंचाई की आवश्यकता होती है। इसके तीन से साढ़े तीन फीट ऊंचाई वाले हष्ट पुष्ट पौधे सूखे के प्रति सहनशील होते हैं, जिसके चलते इस फसल को कम देखभाल की जरूरत होती है। इसकी कुल फसल अवधि 120 से 130 दिन की होती है।
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