प्याज की नर्सरी में कवक जनित रोगों का नियंत्रण

Fungus-borne disease control in onion nursery
  • खरीफ सीजन में होने वाले बारिश की वजह से खेत की मिट्टी में अत्यधिक नमी एवं मध्यम तापमान कवक जनित रोगों के विकास का मुख्य कारक होता है।

  • प्याज़ की पौधे में आर्द्र विगलन (डम्पिंग ऑफ), जड़ गलन, तना गलन, पत्तियों के पीले पड़ने की समस्या नर्सरी अवस्था में देखा जाता है।

  • इन रोगों में रोगजनक सबसे पहले पौध के कालर भाग में आक्रमण करते हैं और अतंतः कालर भाग और जड़ विगलित हो जाता है जिसके कारण पौध गिर कर मर जाते हैं।

  • कवक जनित रोगों के निवारण के लिए बुआई के समय स्वस्थ बीज का चयन करना चाहिये।

  • इसके साथ ही इस समस्या के निवारण हेतु कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% @ 30 ग्राम/पंप या थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W @ 60 ग्राम/पंप या मैनकोज़ेब 64% + मेटालैक्सिल 8% WP @ 60 ग्राम/पंप की दर से छिडकाव करें।

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